दार्जिलिंग, 22 सितंबर। पूजा की छुट्टियों के दौरान पहाड़ों पर आने वाले पर्यटकों के लिए घुमावदार सड़कों पर टॉय ट्रेन का यात्रा एक आकर्षण है। लेकिन न्यू जलपाईगुड़ी-दार्जिलिंग टॉय ट्रेन सेवा अभी भी अनिश्चितता का सामना कर रही है।

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) सूत्रों के मुताबिक, जिस गति से काम चल रहा है, पूजा से पहले लाइन की मरम्मत का काम पूरा करना संभव नहीं है। अगर हालात ऐसे रहे तो रेलवे इस साल त्योहार के दौरान न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग तक टॉय ट्रेन नहीं चला पाएगा। ट्रायल रन शनिवार को पूरा होना था। हालांकि, अधिकारियों ने नई गाइडलाइन जारी कर 30 सितंबर तक सेवा रद्द कर दी है।

पर्यटन व्यवसायियों का मानना ​​है कि पूजा में इस स्थिति से पर्यटन पर बड़ा असर पड़ेगा। हिमालयन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के महासचिव सम्राट सान्याल ने कहा कि अगर पूजा के दौरान टॉय ट्रेन नहीं चलाई जा सकती है तो डीएचआर को कुछ नई छोटी-छोटी जॉय राइड शुरू करना होगा। उन्होंने कहा कि पूजा में अगर डीएचआर को न्यू जलपाईगुड़ी से रोंगटोंग या कर्सियांग से दार्जिलिंग तक का जॉय राइड सेवा शुरू करे तो बहुत अच्छा होगा।

इसी मुद्दे पर ईस्टर्न हिमालय ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव देबाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि ज्यादातर लोग पूजा के लिए दार्जिलिंग आने से पहले टाइगर हिल और टॉय ट्रेन के बारे में पूछते हैं। टॉय ट्रेन नहीं चलने से हमें भी सवालों का सामना करना पड़ रहा है।

सिक्किम के राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति के कारण अधिकांश पर्यटक दार्जिलिंग जाना चाहते हैं। इसलिए रेलवे को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि तीनधारिया और महानदी के बीच पगलाझोरा के पास करीब दो महीने पहले भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ-साथ टॉय ट्रेन लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। तब से डीएचआर ने टॉय ट्रेन परिसेवा रद्द रखी है।