कोलकाता, 17 सितंबर । पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है। मंगलवार अपराह्न स्वास्थ्य निदेशक देवाशीष हालदार को हटाकर उनकी जगह स्वपन सोरेन को अस्थायी रूप से नया स्वास्थ्य निदेशक नियुक्त किया गया है। स्वपन सोरेन पहले संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक के पद पर थे।
इसी तरह, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक कौस्तुभ नायक को हटाकर उन्हें इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर का निदेशक बनाया गया है। इस पद पर पहले से मौजूद सुपर्णा दत्ता को अस्थायी रूप से स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक का कार्यभार सौंपा गया है।
दरअसल, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक के पद पर नियुक्ति के लिए विशेष नियम होते हैं, जिसमें कम से कम 10 साल का अनुभव और शिक्षण का अनुभव आवश्यक होता है। इसलिए इस पद पर फिलहाल अस्थायी नियुक्ति की गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक में वादा किया था कि उनकी मांगों के अनुसार स्वास्थ्य निदेशक (डीएचएस) और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक (डीएमई) को पद से हटाया जाएगा।
स्वास्थ्य निदेशक देवाशीष हालदार और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक कौस्तुभ नायक पर आरोप था कि वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना की जांच को प्रभावित कर रहे थे और सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रहे थे। आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने मांग की थी कि इन अधिकारियों को हटाए बिना निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मांग को स्वीकारते हुए इन अधिकारियों को अन्य पदों पर स्थानांतरित कर दिया।