कोलकाता, 5 सितंबर । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर आरोप है कि जहां महिला चिकित्सक के साथ दरिंदगी हुई थी उस सेमिनार हॉल के पास नवीनीकरण के नाम पर दीवार तोड़ने का आदेश दिया था। बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को इस मामले में संदीप घोष का नाम सामने रखा है।
मजूमदार ने एक पत्र साझा किया, जिसमें संदीप घोष के हस्ताक्षर होने का दावा किया जा रहा है। इस पत्र में हॉल के पास नवीनीकरण कार्य की अनुमति दी गई थी। इस घटना के सामने आने के बाद, विपक्ष ने आरोप लगाया कि अपराध स्थल के सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही है।
पत्र के अनुसार, संदीप घोष ने 10 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल के पास शौचालयों की मरम्मत का आदेश दिया था, जो पीड़िता की मौत के एक दिन बाद का था। जबकि इस आदेश को लेकर पुलिस आयुक्त ने किसी तरह की छेड़छाड़ से इनकार किया है, हम इस पत्र की सत्यता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सकते है।
इस पत्र में लिखा है, “आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, कोलकाता के विभिन्न विभागों में ऑन-ड्यूटी डॉक्टरों के कमरे और संलग्न शौचालयों में कमियां हैं। आपसे अनुरोध है कि इसे तुरंत पूरा करें। इस मुद्दे पर पहले ही स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार के प्रधान सचिव और मेडिकल शिक्षा निदेशक के साथ बैठक में चर्चा की जा चुकी है।”