इस्लामाबाद, 27 अगस्त । अशांत बलूचिस्तान में आतंकी घटनाओं पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आज चुप्पी तोड़ी। शहबाज शरीफ ने कैबिनेट की बैठक में कहा कि न तो दुश्मन (आतंकवादियों) के साथ बातचीत की जा सकती है और न ही उनसे निपटने के लिए नरम रुख अपनाया जा सकता है।
शरीफ ने कहा कि अब आतंकवाद को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। सरकार इस उद्देश्य के लिए सशस्त्र बलों को सभी संसाधन उपलब्ध कराएगी। बातचीत के दरवाजे केवल उन लोगों के लिए खुले हैं जो पाकिस्तान के संविधान और झंडे को पहचानते हैं। आतंकवादियों के लिए कोई जगह नहीं है। आतंकवादियों के इरादे विफल हो जाएंगे और उन्हें कुचल दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि चाहे कुछ भी हो, आतंकवादियों का पूरी तरह सफाया किया जाएगा। शरीफ हाल में हुई आतंकी घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति सहानुभूति जताई।
शरीफ ने कहा कि खवारिज आतंकवादी अफगानिस्तान में सीमापार से काम करते हैं। बलूचिस्तान में आतंकी हमलों की निंदा करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि आतंकवादी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) और अन्य विकास परियोजनाओं को विफल करके पाकिस्तान के विकास को रोकना चाहते हैं। शरीफ ने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान और चीन के बीच दरार पैदा करने के साथ-साथ देश के भीतर अराजकता पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने जल्द ही बलूचिस्तान का दौरा करने की घोषणा की।