कोलकाता, 26 अगस्त । पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डब्ल्यूबीसीपीसीआर) ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी को बलात्कार की धमकी देने वाले एक वायरल वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें अभिषेक बनर्जी की बेटी को सार्वजनिक रूप से बलात्कार की धमकी दी जा रही है।
इस संबंध में, डब्ल्यूबीसीपीसीआर की अध्यक्ष तुलिका दास ने बसीरहाट पुलिस जिले के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखा है, जिसमें इस मामले में तुरंत पुलिस हस्तक्षेप की मांग की गई है। “हिन्दुस्थान समाचार” के पास उपलब्ध इस पत्र की एक प्रति के अनुसार, आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की अपील की है।
वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि हाल ही में कोलकाता के राज्य संचालित आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुई जघन्य बलात्कार और हत्या के विरोध में हुए एक प्रदर्शन में यह धमकी दी गई थी। वीडियो में, एक व्यक्ति अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी को बलात्कार की धमकी देता हुआ सुना जा सकता है और इसके लिए 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा भी कर रहा है। बताया गया है कि यह व्यक्ति मिनाखान सीडी ब्लॉक के मालंचा गांव का निवासी है।
डब्ल्यूबीसीपीसीआर की अध्यक्ष ने अपने पत्र में पुलिस से अनुरोध किया है कि वे इस मामले की जांच करें और उपायुक्त कार्रवाई करें। आयोग ने पुलिस से यह भी पूछा है कि क्या इस मामले में कोई प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है और क्या नाबालिग लड़की की सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाए गए हैं।
पत्र में यह भी कहा गया है कि “आपसे अनुरोध किया जाता है कि इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट, एफआईआर की प्रतियों और अन्य संबंधित दस्तावेजों के साथ, इस पत्र की प्राप्ति के दो दिनों के भीतर आयोग को प्रस्तुत करें ताकि आयोग इस मामले में आगे की कार्रवाई कर सके।”
इसके अलावा, यदि किसी अन्य आयोग ने इस मामले को लेकर पुलिस या किसी अन्य प्राधिकरण से संपर्क किया है, तो उसकी संचार प्रति भी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।