बांकुड़ा, 25 अगस्त। बांकुड़ा जिले के सारेंगा ब्लॉक के जमीरापाड़ा गांव में इन दिनों पीलिया का आतंक देखने को मिल रहा है। गांव में पीलिया से पीड़ित लोगों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि संक्रमितों की संख्या 30 के पार पहुंच चुकी है। बड़ी संख्या में गांव के बच्चे पीलिया से पीड़ित हुए हैं। पूरा गांव डरा हुआ है। पीलिया के कारण का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गांव में पीने के पानी के हर स्रोत से पानी के नमूने एकत्र कर परीक्षण के लिए भेज दिए हैं। गांव में कैंप कर ग्रामीणों के रक्त के नमूने भी एकत्र किये गये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लोगों के पीलिया से पीडि़त होने की शुरुआत दो हफ्ते पहले हुई थी। बांकुड़ा के सारेंगा ब्लॉक के जमीरापाड़ा गांव में एक के बाद एक बच्चों में पीलिया के लक्षण दिखने लगे। खून की जांच से पुष्टि हुई कि बच्चे पीलिया से पीड़ित हैं। इसके बाद से संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। स्थानीय ग्राम पंचायत से सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में एक मेडिकल टीम भेजी। खातड़ा की महकमा शासक एसडीओ नेहा बनर्जी स्थिति की जांच करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गांव में गईं।स्वास्थ्य विभाग ने पीलिया से बचाव के लिए फिलहाल ग्रामीणों को गांव के जल स्रोतों से पानी का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। वैकल्पिक उपाय के तौर पर प्रशासन हर दिन गांवों में पानी की टंकियां भेज रहा है। फिर भी पीलिया का डर जमीरापाड़ा गांव के लोगों का पीछा नहीं छोड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, स्थानीय स्तर पर एकत्र किए गए पीने के पानी के नमूनों में पीलिया बैक्टीरिया की मौजूदगी के प्रमाण मिले हैं। संभावना है कि भारी बारिश के कारण पीने के पानी के उन स्रोतों में ऐसी स्थिति बनी है। फिलहाल, गांव के लोगों को स्थानीय पेयजल स्रोतों का उपयोग करने से रोक दिया गया है।