कोलकाता, 24 अगस्त । आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पीजीटी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में, अंतिम संस्कार की जल्दबाजी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। मामले पर सवाल उठाते हुए, शुभेंदु अधिकारी ने मामले की जांच कर रही सीबीआई से इस पहलू की गहराई से जांच करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर अंतिम संस्कार का वीडियो शेयर करते हुए कहा है, “घटना के बाद, मृतका के शव का अंतिम संस्कार असाधारण तेजी से किया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस की निगरानी में इस प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। जानकारी के मुताबिक, पानिहाटी के विधायक निर्मल घोष खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर वहां उपस्थित थे। इस मामले में चौंकाने वाली बात यह रही कि बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र में स्थित श्मशान में हुए इस हड़बड़ी भरे अंतिम संस्कार की निगरानी कोलकाता पुलिस के उत्तर विभाग के डीसी, अभिषेक गुप्ता (आईपीएस) और दो इंस्पेक्टर-इन-चार्ज ने की। इस पूरे ‘ऑपरेशन’ पर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की भी कड़ी नजर थी।
शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट करते हुए सीबीआई से इस मामले में शामिल अधिकारियों और उनके मकसद की जांच की मांग की है। उनका मानना है कि इस मामले में उच्च स्तर के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए गए कवर-अप की जांच जरूरी है, ताकि इसके पीछे के कारणों का खुलासा हो सके।
उन्होंने सीबीआई से अपील की है कि इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके और पीड़िता को न्याय मिल सके।