कोलकाता, 19 अगस्त । आरजी कर अस्‍पताल में महला डॉक्टर के बलत्‍कार और हत्‍या के बाद पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में महिलाएं सुरक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रही हैं। राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। अब यही सवाल तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी की बेटी और हाई कोर्ट की वकील प्रमिति बनर्जी ने उठाया है। उन्हें सोमवार को अन्य वकीलों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल होते देखा गया।

आरजी कर कांड के विरोध में सोमवार को कलकत्ता हाई कोर्ट के वकील सड़कों पर उतर आए। वकीलों ने बिना किसी नारे के केवल बैनरों के साथ मार्च निकाला। प्रमिति बनर्जी ने कहा, ” मैं जांच के बारे में कुछ नहीं कह सकती। लेकिन जो हुआ वो सही नहीं था। लोग न्याय के लिए सड़कों पर उतर आये हैं। हम वकील भी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

पिछले कुछ दिनों में पुलिस की भूमिका पर कई सवाल उठे हैं। आरजी कर में आधी रात को किए गए हमले में पुलिस की निष्क्रियता के आरोप से शुरू होकर रविवार को फुटबॉल क्लब के जुलूस पर पुलिस के लाठीचार्ज ने पुलिस की भूमिका को संदेह के घेरे में ला दिया है।

वकील प्रमिति बनर्जी के पिता कल्याण बनर्जी सत्ताधारी पार्टी के शीर्ष नेताओं में से एक हैं। उनकी बेटी प्रमिति का दावा है कि वह किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ी हैं और उनका मानना है कि गलत काम का विरोध करना चाहिए।

प्रमिति ने कहा कि वह असुरक्षित महसूस कर रही हैं। महिला वकीलों को भी अक्सर देर रात तक काम करना पड़ता है। प्रमिति ने कहा, ”हां मैं भी असुरक्षित महसूस करती हूं। एक महिला होने के नाते खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हूं यह सोचकर दुख होता है कि मेरे शहर में ऐसा हुआ।”