सिलीगुड़ी,13 अगस्त । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक युवा महिला डॉक्टर की हत्या के बाद राज्य के अन्य चिकित्सा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।

सुरक्षा कड़ी करने की मांग को लेकर प्रदेश भर में डॉक्टर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के चिकित्सक भी इस इस आंदोल में शामिल हुए।

ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को सीसीटीवी कैमरे से कवर करने के लिए कुल 1 करोड़ 15 लाख रुपये आवंटित किये हैं। इस राशि से उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज सहित प्रदेश के 23 मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि युवा महिला डॉक्टर की हत्या के बाद से ही उस रात की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग उठ रही है, लेकिन वहां के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज नहीं मिली। ऐसा कहा जा रहा है कि वहां कोई कैमरा नहीं था।

घटना के बाद से ट्रेनी चिकित्सकों ने हर स्वास्थ्य केंद्रों में सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए एक आंदोलन शुरू कर दिया है। उनकी आरोप है कि बाहरी लोग स्वास्थ्य केंद्रों में खुलेआम घूम रहे हैं। लगभग हर स्वास्थ्य केंद्र में शराब और जुए के सत्र आयोजित होते हैं। महिला डॉक्टरों की रात में ड्यूटी होने पर उन्हें डर के साए में रहना पड़ता है। उत्तर बंगाल के मेडिकल में भी यही स्थिति है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के अंदर एक और अवैध बाजार है। आरोप है कि यहां हर रात शराब और ड्रग्स की पार्टी होती है। 104 एकड़ के विशाल क्षेत्र में बने इस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में अलग-अलग दिशाओं में सीसीटीवी लगे हुए हैं। हालांकि, यह आवश्यकता से काफी कम है।

कुछ दिन पहले मेडिकल कॉलेज के प्रसूति विभाग से बच्चा चोरी की घटना के बाद अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन वित्तीय आवंटन के अभाव में योजना क्रियान्वित नहीं हो सकी।

 

उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. इंद्रजीत साहा ने कहा यहां कई सीसीटीवी कैमरे हैं। जो रुपया आएगा उससे और कैमरे लगाए जाएंगे। हम कार्य विभाग से बात कर इसे शीघ्र लगाने का प्रयास कर रहे हैं।