नई दिल्ली, 05 अगस्त। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तत्वावधान में एक स्वायत्त संगठन, राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) की कार्यकारी परिषद की बैठक और सामान्य निकाय की विशेष बैठक सोमवार को विज्ञान भवन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने की। आज पुरानी कार्यकारी परिषद (ईसी) और सामान्य निकाय (जीबी), जिनका गठन 1966 में हुआ था, का पुनर्गठन किया गया। एनआईपीसीसीडी को 1860 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम XXI के तहत पंजीकृत किया गया था।
एनआईपीसीसीडी के संविधान के अनुसार, सामान्य निकाय (जीबी) संस्थान की समग्र नीतियां तैयार करने के लिए जिम्मेदार हैं और कार्यकारी परिषद (ईसी) संस्थान के प्रबंधन और प्रशासनिक मामलों के लिए जिम्मेदार हैं। अन्नपूर्णा देवी, पुरानी आम सभा की अध्यक्ष और कार्यकारी परिषद की अध्यक्ष हैं। सामान्य निकाय में 22 सदस्यों और कार्यकारी परिषद में 13 सदस्यों को मंजूरी दे दी गई है, जबकि पहले सामान्य निकाय में 94 सदस्य और कार्यकारी परिषद में 21 सदस्य थे।
इस अवसर पर अन्नापूर्णा देवी ने एनआईपीसीसीडी को मंत्रालय के सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों के प्रशिक्षण का नेतृत्व करने, महिला एवं बाल विकास पर प्रासंगिक मुद्दों पर अनुसंधान और दस्तावेजीकरण करने, बाल मार्गदर्शन और परामर्श पर उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के विस्तार सहित मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने का निर्देश दिया।