जम्मू-कश्मीर, असम और नगालैंड में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने का है अनुभव
नई दिल्ली, 01 अगस्त । असम राइफल्स के नवनियुक्त 22वें महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा ने गुरुवार को कार्यभार संभाल लिया है। उन्हें भारतीय सैन्य अकादमी में 86 नियमित पाठ्यक्रम से 09 जून 1990 को 4 सिख लाई में कमीशन दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने रेड हॉर्न डिवीजन के तहत निचले असम में कमान संभाली। जनरल ऑफिसर के पास जम्मू-कश्मीर, असम और नगालैंड में आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और उन्हें संचालित करने का अनुभव है।
जनरल विकास लखेरा डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज (आरसीडीएस), लंदन (यूके) से एनडीसी कोर्स सफलतापूर्वक पूरा किया है। अपने स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल नियुक्तियों में उन्होंने एनडीए, खड़कवासला में डिविजनल ऑफिसर और टैक ट्रेनिंग ऑफिसर, जीओसी-इन-सी के एमए, मुख्यालय पूर्वी कमांड, एसओ और सीओएएस के डिप्टी एमए, डायरेक्टर एमओ-2 और 93 इन्फैंट्री ब्रिगेड के डिप्टी कमांडर के रूप में कार्य किया है।
जनरल ऑफिसर ने ब्रिगेडियर (क्यू) के रूप में मुख्यालय 4 कोर में जाने से पहले श्रीगंगानगर में 15 इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली थी। वह जनवरी, 2022 से मार्च, 2024 तक जनरल ऑफिसर आईजीएआर (उत्तर) भी थे। असम राइफल्स के महानिदेशक की नियुक्ति संभालने से पहले वह एडीजी एमओ (आईडब्ल्यू), डीजीएमओ, आईएचक्यू ऑफ एमओडी (आर्मी) के पद पर कार्यरत थे। उनकी शैक्षणिक योग्यताओं में मद्रास विश्वविद्यालय से एमएससी, किंग्स कॉलेज, लंदन (यूके) से एमए और उस्मानिया विश्वविद्यालय से प्रबंधन अध्ययन में स्नातकोत्तर शामिल हैं।
उनके पास विभिन्न क्षेत्रों जैसे नियंत्रण रेखा, आईबी और उत्तर पूर्व में सेवा देने के अलावा जनरल ऑफिसर के पास जम्मू-कश्मीर, असम और नगालैंड में आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और उन्हें संचालित करने का भी अनुभव है। जनरल ऑफिसर को अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ प्रशस्ति पत्र और दो जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्र दिए जा चुके हैं। जनरल ऑफिसर उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले से हैं और उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में शामिल होने से पहले डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।