नई दिल्ली, 29 जुलाई। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि साल 2022-23 में इस क्षेत्र में 7.6 करोड़ नौकरियां सृजित की गईं। जबकि यह संख्या साल 2021-22 में 7 करोड़ थी। उन्होंने लिखित जवाब में बताया कि पर्यटन क्षेत्र में कुल 52 परियोजनाओं में से 9 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।

स्वदेश दर्शन 2.0 और ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत, संवर्धन अभियान (प्रसाद)’ योजनाओं के तहत शुरू की गई शेष परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत पर्यटन मंत्रालय ने 32 राज्यों में विकास के लिए 57 स्थलों की पहचान की है। इसके अलावा, मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन योजना की उप-योजना चुनौती आधारित गंतव्य विकास (सीबीडीडी) में 42 गंतव्यों का भी चयन किया है। पर्यटन मंत्रालय ने भारत में कम कार्बन, समावेशी और लचीला पर्यटन क्षेत्र बनाने के लिए आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय लाभों को बढ़ाने के मिशन के साथ सतत पर्यटन पर एक राष्ट्रीय रणनीति भी तैयार की है।

उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रालय ‘स्वदेश दर्शन’ और ‘प्रसाद’ योजनाओं के तहत राज्य सरकारों एवं केंद्र शासित प्रदेश प्रशासनों या देश में पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वीकृत परियोजनाएं पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों के लिए गुणवत्तापूर्ण पर्यटन अनुभव को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप गंतव्यों पर आर्थिक गतिविधि में वृद्धि होती है। इसके साथ पर्यटन मंत्रालय ने जागरूकता पैदा करने और पर्यटकों और पर्यटन व्यवसायों को प्रकृति के साथ टिकाऊ प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए मिशन एलआईएफई की परिकल्पना की है। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यटन को मुख्यधारा में लाना और एक टिकाऊ, जिम्मेदार और लचीला पर्यटन क्षेत्र विकसित करना है।