कोलकाता, 27 जुलाई । दमदम संशोधनागार में शनिवार को एक विचाराधीन कैदी की मौत हो गई। मृत कैदी के परिजनों ने संशोधनागार के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

परिजनों का आरोप है कि जेल में इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी।

संशोधनागार सूत्रों के अनुसार, मृत कैदी का नाम राज दत्त (20) था। इसी साल 28 अप्रैल को बागुईआटी के अर्जुनपुर में हुई एक हत्या के मामले में पुलिस ने राजा समेत 19 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस हिरासत के बाद उन्हें जेल हिरासत में भेज दिया गया था। मुकदमे के दौरान उन्हें दमदम संशोधनागार में रखा था। कुछ दिन पहले वह बीमार हो गये थे। परिवार की ओर से मामले की शिकायत कोर्ट में की गई।

आरोप है कि कोर्ट से संबंधित दस्तावेज कोर्ट में आने के बाद भी जेलर ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद शनिवार को परिवार को कैदी की मौत की सूचना दी गई। परिवार की ओर से सवाल उठाया जा रहा है कि राजा को जेलर अस्पताल में क्यों नहीं लेकर गए।

मृतक की बहन ने कहा कि मेरे भाई को दो दिन पहले से असामान्य बुखार था। उसे खून की उल्टी हो रही थी। हमने पीजी अस्पताल में भर्ती के लिए कोर्ट से गुहार लगाई थी। फिर भी जेलर को कोई फर्क नहीं पड़ा।