हाथरस 19 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिलाओं का विकास सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।

सेठ फूल चंद बागला पीजी कॉलेज में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये उन्होंने 177.29 करोड़ रुपए की 214 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। उन्होने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ गरीबों को मिल रहा है। गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाएं डबल इंजन की सरकार के एजेंडे में हैं। पिछले साढ़े नौ साल के अंदर हमने नए भारत का दर्शन किया है जिसमें किसी के साथ जाति, धर्म और लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं हो रहा है। महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए उनको आगे लाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अब उत्तर प्रदेश के अंदर दंगे बंद हो गए हैं। यहां खुशी के साथ त्यौहार मनाए जा रहे हैं। साढ़े नौ वर्षों में देश को बदलते हुए देखा है,वहीं साढ़े छह वर्ष में प्रदेश में परिवर्तन आया है। आज हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का दर्शन कर रहे हैं। आज के भारत में जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा या लिंग के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता है। अब सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना के साथ कार्य किया जा रहा है। जिन्हें विशेष प्रोत्साहन दिए जाने की आवश्यकता है उनके लिए नई-नई योजनाएं बन रही हैं।

योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार की सोच विकास की है। इसी के अंतर्गत सरकार सड़क, पेयजल, स्टेडियम सहित अपने तमाम कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जैसे एशियाई खेलों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बेटियों ने कमाल किया। वैसे ही हाथरस में भी बेटियां आगे बढ़ें। हमारी सरकार ने यह तय किया है कि एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल लेकर आने वाली बेटियों को हम डिप्टी एसपी बनाएंगे।

उन्होने कहा कि बेटा और बेटी में कोई भेदभाव न हो इसके लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत मिलने वाली धन राशि को हमारी सरकार ने बढ़ा दिया है। इसके तहत मिलने वाली 15 हजार की राशि को बढ़ाकर हमने 25 हजार कर दिया है।

कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की मंत्री बेबी रानी मौर्य, समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, हाथरस सांसद, राजवीर सिंह, राज्यसभा सांसद गीता शाक्य, जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय सहित भारी संख्या में जनपद और उसके आस-पास की महिलाएं उपस्थित थीं।