येरुशलम 19 अक्टूबर। गाजा पट्टी पर 10 दिनों की घेराबंदी को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के दबाव के बाद इजरायली सरकार ने कहा है कि वह मिस्र की ओर से गाजा पट्टी में दी जाने वाली मानवीय सहायता को नहीं रोकेगी।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्वदेश लौटने के बाद एक बयान में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि इजरायल गाजा पट्टी में मिस्र की ओर से दी जाने वाली मानवीय सहायता को नहीं रोकेगा।

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बयान में कहा है, “राष्ट्रपति बाइडेन की मांग के आलोक में इज़रायल, मिस्र से मिलने वाली मानवीय आपूर्ति को तब तक नहीं रोकेगा जब तक कि वह दक्षिणी गाजा पट्टी में नागरिक आबादी के लिए केवल भोजन, पानी और दवाईयां देता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “जब तक हमारे बंधकों को वापस नहीं किया जाता, तब तक इजरायल अपने क्षेत्र से गाजा पट्टी तक किसी भी मानवीय सहायता की अनुमति नहीं देगा।”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाद में कहा कि शुक्रवार से लगभग 20 ट्रकों को मिस्र से गाजा तक रफाह क्रॉसिंग को पार करने की अनुमति दी जाएगी। मिस्र का कहना है कि इज़रायली हवाई हमलों से क्रॉसिंग क्षेत्र बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।

इजरायल द्वारा यह निर्णय अमेरिका सहित बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद लिया गया है, जिसमें गाजा में प्रवेश के लिए मानवीय सहायता की मांग की गई है, जहां लगातार इजरायली हवाई हमलों के कारण सैकड़ों हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं।

गाजा से गुरुवार को रिपोर्ट करते हुए अल जज़ीरा के सफ़वत कहलौट ने कहा कि तटीय क्षेत्र में ‘केवल भोजन, पानी और ईंधन ही नहीं और बहुत कुछ पूरी तरह से ख़त्म हो गया है।” उन्होंने कहा कि 20 ट्रक की मानवीय सहायता यहां की स्थिति को सुधारने में बहुत न के बराबर है, लेकिन उम्मीद यह है कि अब और भी मानवीय सहयता के तौर पर अन्य ट्रक आएंगे।