कूचबिहार, 21 जुलाई। बांग्लादेश में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के कारण हालात लगातार खराब हो रहे हैं। छात्र आंदोलन के बीच 400 छात्र-छात्राएं बांग्लादेश से चेंगराबांधा सीमा के जरिए भारत में दाखिल हुए। रविवार सुबह भारत में प्रवेश करने के बाद छात्र-छात्राओं ने राहत की सांस ली। सुबह से ही पुलिस प्रशासन की ओर से चेंगराबांधा चेक पोस्ट पर छात्र-छात्राओं को बस से विभिन्न इलाकों में भेजने की व्यवस्था की गयी है।

चेंगराबांधा ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओएच डॉ. अंबुज कुमार ठाकुर के नेतृत्व में मेडिकल टीम छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। दरअसल, आरक्षण आंदोलन से बांग्लादेश में उथल-पुथल मची हुई है। इसके मद्देनजर कर्फ्यू लगाया गया है। इंटरनेट-टेलीकॉम संचार व्यवस्था ठप है। अगले आदेश तक कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिये गए हैं। यहां तक ​​कि हॉस्टलों को भी सरकार ने खाली करने का आदेश दे दिया है। ऐसी भीषण परिस्थिति में छात्र-छात्राएं बांग्लादेश-भारत सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे हैं।

इनमें भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ-साथ नेपाल और भूटान के छात्र भी शामिल हैं। चूंकि बांग्लादेश का सार्वजनिक परिवहन बंद है, इसलिए छात्र-छात्राएं कार किराए पर लेकर दूसरी तरफ से सीमा पर आ रहे हैं। मेखलीगंज के एसडीपीओ आशीष पी सुब्बा ने बताया कि इस दिन बांग्लादेश से आने वाले सभी छात्र-छात्राओं के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। छात्र-छात्राओं के आराम के साथ मेडिकल चेकअप की भी व्यवस्था की गई है।