कोलकाता, 20 जुलाई। शेख शाहजहां की तरह ही पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में अपराधों को अंजाम देने वाले सोनारपुर के कुख्यात जमालउद्दीन सरदार मैं भी अपने खिलाफ शिकायत करने वालों को धमकी दी है। शाहजहां के अंदाज में ही वह भी शनिवार को गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेशी के दौरान भी आत्मविश्वास से भरा हुआ था। पुलिस वैन में बैठे जमाल ने अपने खिलाफ बयान देने वालों को हाई कोर्ट में केस करने की धमकी दी।
सोनारपुर के भाजपा नेता समीर नस्कर ने जमाल सरदार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 2006 में जमाल ने अपने ही भाई की हत्या कर दी थी। इसके पहले 2002 में एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप भी उन पर है। समीर नस्कर के बेटे के अपहरण में भी जमाल का नाम सामने आया है। जब अदालत के बाहर जमाल से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने समीर नस्कर पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया और कहा कि वे हाई कोर्ट में केस करेंगे।
जमाल के पास एक महलनुमा घर है, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। उनके पास एक स्विमिंग पूल है, जिसमें उनके पालतू कछुए तैरते हैं। उनके पास घोड़े भी हैं, जिनकी देखभाल के लिए कर्मचारी नियुक्त हैं। घर में कई नौकर-नौकरानियां भी हैं, जबकि उनकी आमदनी का कोई स्पष्ट स्रोत नहीं है। आरोप है कि जमाल अपने घर में पंचायत सभाएं आयोजित करता था, जिसमें उसने एक महिला को जंजीरों से बांधकर प्रताड़ित किया था। इस घटना के बाद से ही वह इलाके से फरार हो गया था।
जमाल भागकर जंगल में रात बिताने लगा। वे घुटियारी शरीफ के अपने ससुराल में छिप गया था। कभी विधाननगर तो कभी डानकुनी में रात गुजारता था। पुलिस ने उसकी मोबाइल टावर लोकेशन ट्रैक कर पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह बार-बार सिम कार्ड बदलता रहा। अंततः अपनी सास को फोन करने पर पकड़ा गया। शुक्रवार शाम उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और शनिवार को बारुईपुर सब-डिविजनल कोर्ट में पेश किया गया।