दुर्घटनाग्रस्त दोनों बसों के सभी 65 यात्रियों के नाम सार्वजनिक
मृतकों में सात भारतीय, जो बिहार निवासी हैं
काठमांडू, 16 जुलाई। नेपाल में गत शुक्रवार को दो यात्रीवाहक बसों के नदी में गिरकर बह जाने से उनमें सवार जिन यात्रियों की मौत हुई है, सरकार ने उन सभी के लिए मुआवजे की घोषणा की है। ओली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में मृतकों और लापता व्यक्तियों के परिवार के लिए मुआवजे का निर्णय लिया गया, जिसकी विधिवत घोषणा की गई है।
ओली सरकार के प्रवक्ता सूचना तथा संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में शुक्रवार को हुई बस दुर्घटना में मृतक और लापता सभी 65 यात्रियों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने का फैसला किया गया है। गुरूंग ने बताया कि दुर्घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद अब किसी के भी जिन्दा बचने की उम्मीद नहीं है, इसलिए सरकार ने अब तक मिले शवों के अलावा लापता रहे व्यक्ति को भी मृतक व्यक्ति की तरह मुआवजा देने की बात तय की है।
सरकार ने दुर्घटनाग्रस्त बस के मलबे को ढूंढने और लापता शव बरामद करने के लिए भारत सरकार से औपचारिक आग्रह करने का भी फैसला किया है। जल्द ही भारत से एक टीम आकर नदी में लापता बस और शवों को ढूंढने में मदद करेगी। नेपाल में उपलब्ध सभी तकनीक का प्रयोग कर पिछले पांच दिनों से शवों को ढूंढने का काम चल रहा है। पानी की गहराइयों में साउंड वाइब्रेशन भेज कर भीतर रहे शवों को ढूंढने का काम भी किया जा रहा है पर कोई खास सफलता नहीं मिल पा रही है।
इसी बीच सरकार ने दुर्घटनाग्रस्त बसों में रहे चालक दल सहित सभी यात्रियों का विवरण नाम सहित सार्वजनिक कर दिया है। मृतकों में 7 भारतीय नागरिक भी हैं, जो कि बिहार के मोतिहारी और बेतिया के बताए गए हैं।