पांच सिंह साहिबान की बैठक में लिया गया फैसला

चंडीगढ़, 15 जुलाई। पंजाब में अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोमवार को जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के नेतृत्व में पांच सिंह साहिबान की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें सुखबीर सिंह बादल को कुछ दिन पहले बागी अकाली नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में स्पष्टीकरण देने के लिए 15 दिनों के भीतर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया गया।

इसके अनुसार शिरोमणि अकाली दल के कुछ वरिष्ठ नेताओं की ओर से श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंची शिकायत के अनुसार शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सांप्रदायिक भावनाओं को उचित रूप से व्यक्त नहीं किया। इसके मद्देनजर सुखबीर बादल को इन आरोपों पर 15 दिन के अंदर श्री अकाल तख्त साहिब पर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर लिखित में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। सुखबीर बादल से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से 90 लाख के विज्ञापन संबंधी कुछ अकाली नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा है।

इसके साथ ही गुरुद्वारा साहिबों में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही बेअदबी की घटनाओं को रोकने के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रत्येक गुरुद्वारा साहिब में स्थाई रूप से 24 घंटे सेवादारों की ड्यूटी सुनिश्चित की जाए। किसी भी कोताही या बेअदबी की स्थिति में संबंधित गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी जिम्मेदार होगी और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एक अन्य निर्णय के अनुसार बाबा दया सिंह जी मुखी सम्प्रदाय दल बाबा बिधि चंद जी, चलदा वहीर चक्रवर्ती निहंग सिंघां, हेड क्वार्टरर सूरसिंह, जिला श्री तरनतारन साहिब की सेवाओं को देखते हुए उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा ‘पंथ सेवक’ का विशेष सम्मान देने की घोषणा की गई।

इसके साथ ही ग्लोबल वार्मिंग और वैश्विक स्तर पर हो रहे खतरनाक जलवायु परिवर्तन को देखते हुए पर्यावरण और जल संरक्षण, पक्षियों की लुप्तप्राय प्रजातियों पर चिंता व्यक्त करते हुए यह आदेश जारी किया गया है प्रत्येक सिख को अपने जीवन में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए, जल का संरक्षण करना चाहिए ताकि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सके।