भारतीय सेना ने कारगिल विजय के 25 वर्ष पूर्ण होने पर निकाली कार रैली – द्रास तक पहुंचने से पहले 10 हजार किमी. से अधिक की दूरी तय करेगी

नई दिल्ली, 11 जुलाई। दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार ने गुरुवार को दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड ग्राउंड से कारगिल युद्ध में भारत की विजय की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘हार्ट टू ब्रेवहार्ट्स’ कार रैली रवाना की। यह कार रैली कारगिल युद्ध वीरों के शौर्य, दृढ़ता और बलिदान के प्रति श्रद्धांजलि है।

‘हार्ट टू ब्रेवहार्ट्स’ कार रैली कारगिल युद्ध के रजत जयंती समारोह के उपलक्ष्य में निकाली जा रही है। एक कार रैली 30 जून को तनोट सीमा चौकी, तेजू और कोच्चि बंदरगाह से एकसाथ झंडी दिखाकर रवाना की गई थी। इस दौरान नागरिकों की ओर से देशभर के सैनिकों, विशेषकर सीमाओं पर तैनात सैनिकों को संदेश दिए गए। यह टीमें 9 जुलाई को दिल्ली में एकत्रित हुईं और आज उन्हें झंडी दिखाकर द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक के लिए रवाना किया गया। यह कार रैलियां 15 जुलाई को कारगिल युद्ध स्मारक पर समाप्त होने से पहले 10 हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।

यह रैलियां मार्ग में पड़ने वाले विभिन्न सैन्य स्टेशनों से होकर गुजरते हुए भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों का सम्मान करेंगी। सभी प्रमुख स्थानों पर सेवारत कर्मियों, दिग्गजों, वीर नारियों और वीर सैनिकों के परिवारजनों और प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में ध्वजारोहण समारोह होंगे। कारगिल युद्ध के दौरान अदम्य प्रदर्शन करने वाले जांबाजों और वीर नारियों को सम्मानित किया जायेगा। भारतीय सेना के सहयोग से महिंद्रा एंड महिंद्रा की ओर से आयोजित इस रैली में नागरिक अपने संदेश पत्र, कविता, रेखाचित्र और अन्य रचनात्मक अभिव्यक्तियों के रूप में भेज रहे हैं।

यह रैली देश के कोने-कोने से गुजर रही है और कारगिल युद्ध के दौरान साहस, बलिदान और देशभक्ति की कहानियां सुनाई जा रही हैं। संपूर्ण भारत में महिंद्रा एंड महिंद्रा के शोरूम से एकत्र किए गए पत्रों, संदेशों और पोस्टर, फोटोग्राफ के रूप में भी रैली को संदेश दिए जा रहे हैं। यह अभियान सभी भारतीयों के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति अपनी प्रशंसा और सराहना व्यक्त करने का मौका है।