कोलकाता, 10 जुलाई । राज्य में साग-सब्जियों की आसमान छूती कीमतों के कारण पिछले कुछ हफ्तों से आम आदमी की सांसें फूल रही हैं। टास्क फोर्स की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। राज्य मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी चिंतित हैं। टास्क फोर्स, बाजार समिति के लोगों समेत संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ ममता बनर्जी पहले ही बैठक कर चुकी हैं। बेलगाम कीमतों को जल्द काबू में करने के भी निर्देश दिए गए हैं। कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का भी आदेश दिया गया है। बैठक के 24 घंटे के अंदर ही पूरे राज्य में अभियान शुरू हो गया है। प्रशासनिक अधिकारी मैदान में उतर चुके हैं। बुधवार को राज्य के कई जिलों में प्रशासन की ओर से इस संदर्भ में अभियान चलाया गया।
पश्चिम बर्दवान जिला अंतर्गत कांकसा के पानागढ़ बाजार में कांकड़ा के बीडीओ पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बाजारों में पहुंचे और पता किया कि सब्जियां सही कीमत पर बिक रही हैं या नहीं। उन्होंने यह भी देखा कि सब्जियों को वजन करने वाली मशीनें ठीक हैं या नहीं।
बीरभूम के बोलपुर में भी यही तस्वीर देखने को मिली। बुधवार को जिले की प्रवर्तन शाखा ने बीरभूम के बोलपुर हाटतला में बोलपुर थाने के साथ मिलकर बोलपुर के आलू प्याज के बाजार में अभियान चलाया। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के विभिन्न हिस्सों में भी इसी प्रकार का अभियान देखा गया। प्रशासन के अधिकारी चंद्रकोना रेगुलेटेड मार्केट समेत जिले के विभिन्न इलाकों के बाजारों में सब्जियों की कीमतों की जांच करते दिखे।
झाड़ग्राम में भी यही तस्वीर दिखी। जिला प्रशासन और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी गोपीवल्लभपुर बाजार में अभियान चलाते नजर आए। वहां झाड़ग्राम जिले के कई अधिकारी, ब्लॉक सामूहिक विकास अधिकारी, गोपीवल्लभपुर थाने के आईसी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
हुगली में भी यही तस्वीर देखने को मिली। शेवड़ाफूली से लेकर श्रीरामपुर, चुंचूड़ा तक हर जगह अभियान चल रहा था। उपभोक्ता संरक्षण विभाग, कृषि विपणन विभाग, बाजार समिति के अधिकारियों को चुंचूड़ा खरुआ बाजार, मल्लिक काशेम हाट, शेवड़ाफूली थोक बाजार का निरीक्षण किया।