कोलकाता, 10 जुलाई । पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर बुधवार को हो रहे उपचुनाव के बीच मानिकतला विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार कल्याण चौबे का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें वह तृणमूल नेता कुणाल घोष को भाजपा में शामिल होने और बड़ा पद देने का ऑफर कर रहे हैं।

उपचुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने भाजपा उम्मीदवार कल्याण चौबे का यह ऑडियो खुद ही वायरल किया है। कुणाल ने दावा किया कि कल्याण ने उन्हें फोन कर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ भितरघात और उनकी मदद के बदले में बड़ा पद देने का प्रस्ताव दिया। इस दावे के समर्थन में कुणाल ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी जारी की है।
कुणाल घोष का कहना है कि 07 जुलाई की रात 11:30 बजे कल्याण चौबे ने उन्हें फोन करके कहा कि अगर वे उनकी मदद करेंगे तो उन्हें राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर खेल जगत में बड़ा पद दिलाया जाएगा। कुणाल ने इस बातचीत का ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सार्वजनिक किया, जिसमें कथित तौर पर कल्याण की आवाज है।

कुणाल का आरोप है कि भाजपा उम्मीदवार चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के प्रचार को कमजोर करने के लिए यह प्रस्ताव दे रहे थे।
कल्याण चौबे ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कुणाल घोष को कोई घूस का प्रस्ताव नहीं दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने कुणाल को फोन किया था, लेकिन बातचीत को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। कल्याण का दावा है कि उन्होंने एक उम्मीदवार के नाते सभी से मदद मांगी थी और कुणाल ने खुद पहले उनसे संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि ऑडियो रिकॉर्डिंग पूरी नहीं है और उसे आंशिक रूप से प्रस्तुत किया गया है।
कुणाल घोष ने कल्याण चौबे के आरोपों को भी खारिज करते हुए कहा कि यह सच है मैंने आंशिक ऑडियो ही शेयर की है। अगर पूरा शेयर करने को कहेंगे तो वह भी कर दूंगा जिसमें कल्याण अंत में माफी मांगते हुए सुने जा सकेंगे।
यह घटनाक्रम उपचुनाव से ठीक पहले हुआ है, जिससे पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मच गई है। बुधवार को राज्य के चार विधानसभा सीटों – मानिकतला, बागदा, राणाघाट दक्षिण और रायगंज – में उपचुनाव हो रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने कुणाल घोष को मानिकतला सीट के लिए प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है। इस सीट से कल्याण चौबे भाजपा के उम्मीदवार हैं।
कुणाल का कहना है कि कल्याण ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस के प्रचार की जिम्मेदारी निभाने के बावजूद फोन किया, जो उनकी बौखलाहट को दर्शाता है। कल्याण समझ गए हैं कि वे हार रहे हैं।