कोलकाता, 9 जुलाई । कानूनी प्रक्रियाओं को दरकिनार कर फैसले करने और भीड़ की हिंसा को रोकने में पश्चिम बंगाल पुलिस पूरी तरह से विफल हो गई है। ताजा घटना हावड़ा जिले की है। पत्नी के साथ विवाद सुलझाने के लिए आयोजित सुलह बैठक में पति की पिटाई और घर तथा गाड़ी में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। यह घटना हावड़ा के सांकराइल की है, जिसमें आरोप तृणमूल के उपप्रधान शेख खलिल अहमद पर लगा है।
कांडुवा के व्यवसायी शाहाबुद्दीन सेपाई की पत्नी के साथ बेटी की शादी को लेकर विवाद चल रहा था। हाल ही में पत्नी गुस्से में बेटी को लेकर मायके चली गईं। समस्या सुलझाने के लिए सोमवार शाम शाहाबुद्दीन के घर पर सुलह बैठक बुलाई गई थी। शाहाबुद्दीन का आरोप है कि उपप्रधान खलील के नेतृत्व में 15-20 युवक वहां पहुंचे और गाली-गलौज के बाद उसकी पिटाई कर दी।
इसके बाद भी सुलह का दौर चलता रहा। खलील ने अपने दल-बल को बुलाया, जिसके बाद दो मैटाडोर और 50 बाइक पर करीब 150 लोग शाहाबुद्दीन के घर पहुंचे। उनके पास लाठी, रॉड, चाकू और अन्य हथियार थे। उन्होंने घर पर हमला कर दिया।
कांडुवा ग्राम पंचायत के तृणमूल सदस्य अरिफ सेपाई भी मौके पर मौजूद थे। उन्होंने कहा, “सुलह के नाम पर खलील और उसके साथी ऐसा करेंगे, यह सोचा भी नहीं था।” अरिफ भी डर के मारे मौके से भाग गए। शाहाबुद्दीन भी वहां से भाग निकले। हमलावरों ने उनके भतीजे के घर पर भी हमला किया, यह सोचकर कि शाहाबुद्दीन वहां छिपे हुए हैं। आरोप है कि उन्होंने अलमारी तोड़कर 40 हजार रुपये नकद, सोने के गहने और महंगे मोबाइल सेट चुरा लिए।
घटना की जानकारी मिलते ही सांकराइल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, खलील के खिलाफ पहले भी कई असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे हैं। हालांकि, खलील ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।