नई दिल्ली, 6 जुलाई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के आरोप में दक्षिण मंडल मध्य रेलवे के रेल प्रबंधक (डीआरएम) सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने शनिवार को यह जानकारी दी। सीबीआई ने बताया कि 11 लाख रुपये के रिश्वतखोरी मामले में गुतंकल मंडल के डीआरएम विनीत सिंह, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक कूंडा प्रदीप बाबू, वरिष्ठ मंडल अभियंता यू अक्की रेड्डी, कार्यालय अधीक्षक एम बाला जी और लेखा सहायक डी लक्ष्मी पति राजू को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि पांचों आरोपितों के अलावा बेंगलुरु के सीएनआर प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कुप्पम नरेश कुमार रेड्डी और हैदराबाद के एक बिचौलिए एन रहमतुल्ला को भी हिरासत में लिया गया है। जांच के दौरान गुंतकल, अनंतपुर, नेल्लोर, तिरुपति, हैदराबाद, सिकंदराबाद और बेंगलुरू में छापेमारी के दौरान टीम ने आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं।
सीबीआई के मुताबिक संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने दक्षिण मध्य मंडल में निविदाएं आबंटित करने में बड़े स्तर पर भ्रष्ट्राचार मामले में गिरफ्तार सात आरोपितों सहित 13 लोगों और सीएनआर प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि आराेप है कि लोक सेवक अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न निविदाएं देने और ठेकेदारों के बढ़े हुए बिलों का भूगतान करने के भ्रष्ट आचरण में लिप्त थे। जिससे उन्हें गलत लाभ हुआ और सरकारी खजाने का नुकसान हुआ।
सीबीआई का आरोप है कि डीआरएम विनीत सिंह ने रिश्वत की कुल राशि का 0़5 प्रतिशत सोने के आभूषण रिश्वत के तौर मांगे थे। वरिष्ठ मंडल अभियंता ने रिश्वत के तौर पर 20 लाख रुपये की मांग की थी। सीबीआई के मुताबिक छापेमारी के दौरान मंडल वित्त प्रबंधक को रिश्वत के तौर पर दिए गए 10 लाख रुपये, कार्यालय अधीक्षक और लेखा सहायक को दिए गए 50-50 हजार रुपये सीबीआई की टीम ने जब्त कर लिए।