नई दिल्ली, 7 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहैमर के सत्कार भरे शब्दों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर ऑस्ट्रिया की यात्रा सम्मान की बात है।

उन्होंने कहा, “मैं हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर हमारी चर्चाओं का इंतजार कर रहा हूं। लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्य वह आधार हैं जिस पर हम और भी करीबी साझेदारी का निर्माण करेंगे।”

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के कुलपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा था कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के प्रधानमंत्री अगले सप्ताह वियना में मिलेंगे। यह यात्रा एक विशेष सम्मान है क्योंकि यह चालीस वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है और यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि हम भारत के साथ राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हमें अपने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने और कई भू-राजनीतिक चुनौतियों पर निकट सहयोग के बारे में बात करने का अवसर मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूस की यात्रा के बाद 9 जुलाई को ऑस्ट्रिया जाएंगे।