कोलकाता, 03 जुलाई । पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के दोनों नवनिर्वाचित विधायकों, सायंतिका बनर्जी और रेयत हुसैन सरकार का धरना बुधवार को भी जारी रहा। दोनों विधायक शपथ ग्रहण में हो रही देरी के विरोध में धरना दे रहे हैं। दोनों विधायकों ने विधानसभा भवन के बाहर बी.आर. आंबेडकर की मूर्ति के सामने बैठकर राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के खिलाफ प्रदर्शन किया । उन्होंने राज्यपाल से विधानसभा में आकर संवैधानिक रीति के मुताबिक शपथ दिलाने की मांग की है।
विधायकों का आरोप है कि उन्हें राजभवन में शपथ लेने के लिए बुलाया गया, जबकि परंपरा के अनुसार विधानसभा के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष द्वारा ही शपथ ग्रहण करवाया जाना चाहिए। इस विवाद के चलते दोनों विधायक अपनी बात को मनवाने के लिए पिछले बुधवार से धरने पर बैठे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भी इस पर असंतोष जताया है और राज्यपाल पर संविधान की अवहेलना का आरोप लगाया है। इस बीच, राज्यपाल दिल्ली के दौरे पर चले गए हैं, जिससे यह मामला और भी जटिल हो गया है। राज्यपाल ने दोनों विधायकों को गत बुधवार को विधानसभा के बजाय राजभवन में शपथ लेने के लिए बुलाया था लेकिन दोनों नहीं गए थे जिसके बाद राज्यपाल दिल्ली चले गए। वहां से सोमवार को वह वापस लौटे भी लेकिन सीधे सिलीगुड़ी में। वहां कूचबिहार जिले में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हाथों भाजपा की प्रताड़ित महिला नेता से मिलकर वापस दिल्ली लौट गए।