कोलकाता, 28 जून । राजभवन के बजाय विधानसभा में शपथ लेने की जिद पर अड़े तृणमूल कांग्रेस के दो नव निर्वाचित विधायकों ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन विधानसभा परिसर में बी आर आंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दोनों को राजभवन में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है, लेकिन वे विधानसभा में शपथ ग्रहण करना चाहते हैं और इस मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ ।

वराहगनर से विधायक सायंतिका बंद्योपाध्याय और भगवानगोला से विधायक रेयत हुसैन सरकार ने हाल में विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की है। उन्होंने राज्यपाल बोस के निमंत्रण पर राजभवन में शपथ लेने से इनकार कर दिया और गुरुवार को विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ गए।

उन्होंने शुक्रवार को एक बार फिर पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांग दोहराई कि बोस उनके लिए विधानसभा में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित कराएं ताकि वे विधायकों के रूप में कामकाज कर सकें।

राज्यपाल ने बुधवार को दोनों विधायकों को शपथ लेने के लिए राजभवन में आमंत्रित किया था।  विधायकों ने निमंत्रण ठुकरा दिया और दावा किया कि परंपरा रही है कि उपचुनाव में विजयी विधायकों के संदर्भ में राज्यपाल शपथ दिलाने की जिम्मेदारी विधानसभा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को सौंपते हैं।

राज्यपाल ने साफ कर दिया है की शपथ ग्रहण पर कोई भी निर्णय लेने का अंतिम अधिकार संविधान के मुताबिक उन्हीं का है। इसलिए जो वह कहेंगे वही होगा। इसी वजह से गतिरोध बरकरार है।