कोलकाता, 03 फरवरी। कोलकाता के रेड रोड पर बंगाल के प्रति केंद्र सरकार के कथित उपेक्षापूर्ण रवैये के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ऐलान किया कि उनकी सरकार बंगाल के मजदूरों को 100 दिनों के काम के बकाया का भुगतान करेगी। 21 फरवरी को 21 लाख वंचित लोगों के खाते में पैसे आएंगे।
ममता बनर्जी ने कहा कि जिन 21 लाख श्रमिकों का पैसा केंद्र सरकार ने नहीं दिया है, उनका पैसा 21 फरवरी को उनके बैंक खाते में चला जाएगा। यह धनराशि राज्य सरकार भेजेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन साल से केंद्र ने मजदूरों को 100 दिनों का पैसा नहीं दिया है। बंगाल सरकार उस बकाए का भुगतान करेगी। उन्होंने कहा कि 11 लाख आवास को अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है। आवास के विषय पर वह बाद में बात करेंगी।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा के साथ राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है। भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा कि कैग की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र से अलग-अलग समय पर 2 लाख 29 हजार करोड़ रुपये आए लेकिन राज्य ने इसका कोई हिसाब नहीं दिया। आपातकालीन निधि का भी हिसाब नहीं है। अगर पैसे थे तो पहले ही दिए जा सकते थे।
सीपीएम नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा, ‘इसका मतलब है पैसा उनके पास है। तो इतने दिनों तक क्यों नहीं दिए? चुनाव के समय यह क्यों याद आया।’