कोलकाता, 14 जून।  रेलवे बोर्ड ने रवि प्रताप सिंह के ग़ज़ल संग्रह ‘सन्नाटे भी बोल उठेंगे’ को मैथिली शरण गुप्त पुरस्कार योजना के अंतर्गत आधार वर्ष में द्वितीय पुरस्कार हेतु चयनित किया है।

इस पुरस्कार के तहत उन्हें नकद धनराशि एवं भारतीय रेलवे का सम्मान प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही उनकी पुस्तक भारतीय रेलवे के सभी पुस्तकालयों में पाठकों के लिए रखी जाएगी।

ज्ञात हो रवि प्रताप सिंह भारतीय रेलवे में पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल के मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में ‘मुख्य कार्यालय अधीक्षक’ के पद पर पदस्थापित हैं।

कोलकाता की परिवार मिलन संस्था ने भी इस ग़ज़ल संग्रह को ₹51000/-(इक्यावन हज़ार रुपये) के काव्य-वीणा पुरस्कार से सम्मानित किया है।

रवि प्रताप सिंह के रेलवे बोर्ड पुरस्कार से सम्‍मानित होने पर सियालदह मंडल एवं पूर्व रेलवे के अधिकारियों-कर्मचारियों ने प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की है।

रवि प्रताप सिंह ने पुरस्कार के तहत प्राप्‍त होने वाली धनराशि साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय कोष में दान करने की घोषणा की है।