नई दिल्ली, 8 जून । वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज (वीएमएमसी) और सफदरजंग अस्पताल के स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर (एसआईसी) में पहली बार एक हफ्ते में पांच रोबोटिक सर्जरी की गईं। जून के पहले सप्ताह में एक रोबोटिक घुटना प्रतिस्थापन कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसके तहत रोबोट से घुटना रिप्लेसमेंट की पांच सर्जरी की गई। यह सर्जरी एसआईसी के निदेशक डॉ. दीपक जोशी और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. नवल भाटिया के नेतृत्व वाली टीमों द्वारा की गई ।

सफदरजंग अस्पताल के मुताबिक रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी आधुनिक समय की सबसे उन्नत तकनीकों में से एक है, जिसमें घुटने के ऑपरेशन के समय हड्डी की सटीक कटौती होती है और अंग संरेखण भी सुनिश्चित रहता है। इससे मरीज के ऑपरेशन के बाद घुटने में होने वाले दर्द में कमी आती है और ऑपरेशन के बाद शुरुआती रिकवरी में भी मदद मिलती है।

उल्लेखनीय है कि सफदरजंग अस्पताल में स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर का उन्नत केंद्र को एक नई इमारत में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिसका उद्घाटन जनवरी 2024 में किया गया था। इसमे प्रस्तावित सेवाओं का दायरा और भी बेहतर और व्यापक हो गया है। पिछले पांच महीनों में ओपीडी में आने वालों की संख्या और सर्जिकल संख्या दोगुनी हो गई है । विशिष्ट खिलाड़ियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता के साथ, केंद्र ने हाइड्रोथेरेपी पूल, अंडरवाटर ट्रेड मिल, बैलेंस सिस्टम इत्यादि जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ सीधे निदेशक एसआईसी की देखरेख में एक अलग स्पोर्ट्स मेडिसिन यूनिट शुरू की है, जिनमें से सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।