कोलकाता, 17 मई । केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने संदेशखाली में शिकायतों को सुनने और उनकी जांच करने के लिए अस्थाई कैम्प की स्थापना की है। केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक उनके अधिकारी अब संदेशखाली में रहकर ही जांच करेंगे। अस्थायी कैंप उन शिकायतों की जांच के लिए बनाया गया है जो सीबीआई के पास दायर की जा चुकी हैं। जांचकर्ता वहां शिकायतकर्ताओं से सीधे बात भी करेंगे।
शिकायतकर्ताओं से बात करने के लिए कोलकाता स्थित सीबीआई कार्यालय से कई अधिकारी पहले ही संदेशखाली पहुंच चुके हैं। गुरुवार को एसपी रैंक के एक अधिकारी भी संदेशखाली गये थे। सीबीआई के एक सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि उन्हें ईमेल के जरिए शिकायतें मिलनी बंद नहीं हो रही हैं। हालांकि, जांच एजेंसी ने वहां एक अस्थायी कैंप खोलने का फैसला किया है ताकि गांव के लोग आसानी से शिकायत दर्ज करा सकें।
संदेशखाली में ग्रामीणों के एक वर्ग ने वर्तमान में निलंबित तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनकी टीम पर जमीन हड़पने, यौन उत्पीड़न और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। 10 अप्रैल को कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि संदेशखाली के महिला उत्पीड़न और जमीन से जुड़े मामले की जांच सीबीआई करेगी। साथ ही निर्देश दिया गया कि संदेशखाली के पीड़ित किस तरह से सीबीआई से शिकायत करें, इसका प्रचार-प्रसार राज्य सरकार पूरे संदेशखाली में करे।
हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई के अधिकारी कई बार संदेशखाली गये। उन्होंने कुछ शिकायतकर्ताओं के घरों का भी दौरा किया और भूमि दस्तावेजों की जांच की। कुछ दिन पहले संदेशखाली में सर्च ऑपरेशन के दौरान जांच एजेंसी ने शाहजहां के करीबी रिश्तेदार अबू तालेब मोल्ला के घर से कई हथियार बरामद किए थे। इसके बाद एनएसजी को वहां बुलाया गया। वे पूरे दिन संदेशखाली में ”कैलिबर” उपकरणों से बमों की खोज करते रहे। कुछ बमों को निष्क्रिय भी किया गया।