रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री भी प्रस्तावकों में शामिल
वाराणसी, 14 मई । भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार पार्टी उम्मीदवार के रूप में मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। वाराणसी सीट पर सातवें एवं अंतिम चरण में 01 जून को मतदान होगा। मंगलवार को सातवें चरण के नामांकन का अंतिम दिन था।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्य नक्षत्र में कलेक्ट्रेट परिसर में जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। गंगा सप्तमी पर मां गंगा को नमन करने के बाद प्रधानमंत्री काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के दर पर पहुंचे, वहां उनसे अनुमति-आशीर्वाद लेकर नामांकन किया। मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ की विधिवत पूजा-अर्चना की थी। काल-भैरव मंदिर में पूजन और कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह सबसे पहले दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन किया। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य के वेंकट रमन घनपाठी ने गंगा पूजन कराया। गंगा पूजन कराने वालों में तीन पुजारी तमिलनाडु व एक-एक पुजारी आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र के रहे। गंगा पूजन के बाद प्रधानमंत्री स्वामी विवेकानंद क्रूज पर दशाश्वमेध घाट से गंगा विहार करते हुए आदिकेशव घाट तक गए, फिर नमो घाट उतरे।
नमो घाट से प्रधानमंत्री सीधे काल भैरव के दर्शन-पूजन एवं आरती करने पहुंचे और यहां से कलेक्ट्रेट पहुंचे। मंदिर गेट पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को अंगवस्त्र भेंट किया और आमजन ने पुष्पवर्षा की। पूरा मंदिर व आसपास का क्षेत्र हर-हर महादेव की गूंज से गुंजायमान हो उठा।
प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन में चार प्रस्तावक शामिल रहे। इसमें आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और दलित समाज के संजय सोनकर शामिल हैं। गणेश्वर शास्त्री ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला था, जबकि बैजनाथ पटेल जनसंघ के समय के कार्यकर्ता हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्व सरमा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय, मध्य प्रदेश के डॉ. मोहन यादव, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, हरियाणा के नायब सिंह सैनी समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
इस दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों के कई प्रमुख नेता भी मौजूद रहे। इसमें शिवसेना के प्रमुख एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, आरपीआई(ए) के प्रमुख एवं केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले, अपना दल (एस) की प्रमुख एवं केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान, जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण, हम के प्रमुख जीतन राम मांझी, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, निषाद पार्टी के संजय निषाद, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर आदि की मौजूदगी रही।