कोलकाता, 13 मई । लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं । हिंसा प्रभावित बीरभूम और बर्दवान-दुर्गापुर निर्वाचन क्षेत्रों के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है।
निर्वाचन आयोग ने सभी क्षेत्रों में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान का दावा किया है। यह भी बताया कि विभिन्न राजनीतिक दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में खराबी और एजेंटों को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाते हुए अब तक एक हजार से अधिक शिकायतें दर्ज कराई हैं।
जानकारी अनुसार बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट के सुसुनिया क्षेत्र में दोपहर के समय तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच उस दौरान झड़प हो गई जब भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष मतदान केंद्र पर गड़बड़ी होने की शिकायत मिलने के बाद बूथ पर जा रहे थे। तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने घोष के काफिले को रोक दिया और उनके वाहन के सामने प्रदर्शन करने लगे। सूत्रों ने दावा किया कि उनके काफिले पर पथराव किया गया, जिससे घोष के काफिले के पीछे चल रहे सुरक्षाकर्मियों की कुछ कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने घोष के साथ धक्का-मुक्की भी की।
दिलीप घोष ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस सिर्फ मूकदर्शक बनी हुई है। तृणमूल ने आतंक फैला रखा है। सुबह से ही तृणमूल के गुंडे हमारे मतदान एजेंटों के साथ मारपीट कर रहे हैं और वे मतदान को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से नहीं होने दे रहे।
इधर, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए दावा किया कि घोष हार को भांपते हुए माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।