कोलकाता, 03 मई। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में हाई कोर्ट के निर्देश पर नौकरी गंवाने वाले अभ्यर्थियों ने नौकरी वापसी की मांग को लेकर शुक्रवार को स्कूल सेवा आयोग भवन के सामने प्रदर्शन किया। इसे देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रदर्शन के दोरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई।
सूत्रों के अनुसार बेरोजगार हुए हजारों शिक्षाकर्मी शुक्रवार सुबह साल्ट लेक करुणामयी में एकत्रित हुए। ये प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लेकर करुणामयी से एसएससी भवन की ओर रवाना हो गए। उनका नारा था, ‘एसएससी जवाब दो’। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की उसी समय पुलिस की उनसे झड़प हो गई।
महिला प्रदर्शनकारियों ने सबसे पहले पुलिस बैरिकेड को पार किया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड्स लगाकर रोकने की कोशिश की लेकिन विफल रहे। प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़कर सीधे एसएससी भवन पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस विरोध प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो गया। पुलिस की ओर से लगातार माइकिंग कर प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटने के लिए कहा गया। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग है कि अयोग्य लोगों की नौकरियां रद्द की जाएं और योग्य अभ्यर्थियों को नौकरी पर बहाल किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्कूल सेवा आयोग से योग्य अभ्यर्थियों की ओएमआर जारी करने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित और उससे सहायता प्राप्त विद्यालयों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया के जरिए हुई सभी नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश देते हुए इसे अमान्य एवं अवैध करार दिया। इन विद्यालयों में 24 हजार 640 रिक्त पदों के लिए 23 लाख से अधिक अभ्यर्थी 2016 की एसएलएसटी परीक्षा में शामिल हुए थे। 25 हजार 753 लोगों को नौकरी दी गई थी, जिन्हें तुरंत हटाने का आदेश दिया।फैसले को चुनौती देने वाला एक मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।