कोलकाता, 3 मई। प्रधानमंत्री और भाजपा के शीर्ष नेता नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह जनता की सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं और उनका सपना केवल जनता के सपनों को पूरा करना है। उन्होंने राहुल गांधी के रायबरेली लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वे डर के कारण रायबरेली भाग गए।

रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वे मौज करने के लिए पैदा नहीं हुए और न ही खुद के लिए जीना चाहते हैं। वे केवल जनता की सेवा का संकल्प लेकर140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने के लिए निकले हैं। विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। यह सब वे अपने लिए नहीं, बल्कि अपनों के लिए कर रहे हैं।

मोदी ने कहा कि मैंने कल टीवी पर देखा कि तृणमूल के एक विधायक कह रहे थे कि हिंदुओं को दो घंटे में भागीरथी में बहा देंगे। ये कौन-सी भाषा है? बंगाल में तृणमूल की सरकार ने यहां हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। ये कैसे लोग हैं कि जय श्रीराम के उद्घोष से भी इन्हें आपत्ति है। इनको राममंदिर के निर्माण से आपत्ति है, रामनवमी की शोभायात्रा से आपत्ति है।

मोदी ने कहा कि मैं तृणमूल सरकार से पूछना चाहता हूं कि यहां संदेशखाली में हमारी दलित बहनों के साथ इतना बड़ा अपराध हुआ, पूरा देश कार्रवाई की मांग करता रहा लेकिन तृणमूल गुनहगार को बचाती रही। क्या सिर्फ इसलिए क्योंकि उस गुनाहगार का नाम शाहजहां शेख था। इन वोट के भूखे लोगों की पहले दो चरणों में लुटिया डूब चुकी है। अब ये खुलेआम नया खेल लेकर आए हैं। अब ये कहते हैं कि मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो। जिहाद क्या होता है ये हमारे देश के लोग भली-भांति जानते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में दशकों से वोट जिहाद का खेल पर्दे के पीछे चुपचाप चलता था। पहली बार वो इतने हताश और निराश हो चुके हैं कि अब वोट जिहाद की सार्वजनिक घोषणा कर रहे हैं। इसीलिए, वोट जिहाद की इस अपील पर कांग्रेस का शाही परिवार, तृणमूल और लेफ्ट का परिवार चुप है। यानी इंडी अलायंस के सारे चट्टे-बट्टे वोट जिहाद से सहमत हैं।