लखनऊ, 02 मई । आखिरकार भारतीय जनता पार्टी को बृजभूषण सिंह की शरण लेनी ही पड़ी। भाजपा को कैसरगंज से बृजभूषण सिंह के विकल्प के तौर पर कोई प्रत्याशी नहीं मिला। आखिरकार भारतीय जनता पार्टी को बृजभूषण सिंह के बेटे करनभूषण सिंह को लोकसभा का टिकट देना पड़ा।
गुरूवार को भाजपा केन्द्रीय कार्यालय से जारी सूची में करनभूषण सिंह को कैसरगंज से लोकसभा उम्मीदवार बनाये जाने की आधिकारिक घोषणा की गयी। करण भूषण सिंह 03 मई को कैसरगंज से नामांकन दाखिल करेंगे। उनके समर्थकों ने उनके नाम से चार सेट में पर्चा खरीद लिया है। पांचवे चरण के चुनाव के लिए नामांकन करने की अंतिम तिथि 03 मई है। इसलिए वह कल नामांकन करेंगे।
कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। इसके बाद भाजपा की देशभर में फजीहत भी हुई। इसके बाद से यह आशंका जताई जा रही थी कि बृजभूषण सिंह को भाजपा लोकसभा का टिकट नहीं देगी। बृजभूषण सिंह का कैसरगंज लोकसभा के साथ-साथ आसपास के जनपदों में भी प्रभाव है। वह गोण्डा से भी सांसद रह चुके हैं। उनके बड़े बेटे प्रतीक भूषण सिंह गोण्डा सदर विधानसभा से भाजपा के विधायक हैं। अब उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज से उम्मीदवार बनाया गया है। करण भूषण सिंह ने विदेश से पढ़ाई की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं।
बृजभूषण सिंह को पहले ही मिला था आश्वासन
भाजपा शीर्ष नेतृत्व की ओर से बृजभूषण शरण सिंह को यह आश्वासन मिला था कि टिकट नहीं काटा जायेगा। इसलिए वह अपनी रणनीति के अनुसार चुनाव प्रचार कर रहे थे। हालांकि पहले भी भाजपा की ओर से उनके स्थान पर परिवार के किसी अन्य सदस्य को टिकट देने की बात हुई थी लेकिन बृजभूषण सिंह ने इसे मानने से इनकार कर दिया था।