कोलकाता20 अप्रेल । कवि रवि प्रताप सिंह के ग़ज़ल संग्रह ‘सन्नाटे भी बोल उठेंगे’ को मौलिक लेखन पुरस्कार योजना के अंतर्गत सियालदह मंडल, पूर्व रेलवे ने, रेलवे बोर्ड को प्रेषित किया है।
इस योजना में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में कार्यरत साहित्यकारों की मौलिक प्रकाशित कृतियां उनके मंडल व क्षेत्रीय रेलवे के माध्यम से पुरस्कार हेतु रेलवे बोर्ड को प्रेषित की जाती हैं, जहाँ विधा विशेषज्ञ विद्वानों की समिति द्वारा चयनित प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आयी कृतियों को नगद धनराशि व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाता है।
इस योजना का कार्यान्वयन व कार्य निष्पादन भारतीय रेल के राजभाषा विभाग द्वारा किया जाता है। चयनित किताबों को अखिल भारतीय स्तर पर संचालित राजभाषा के पुस्तकालय में नियमानुसार क्रय करके पाठकों को उपलब्ध कराया जाता है।
उसी प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए रवि प्रताप सिंह के ग़ज़ल संग्रह “सन्नाटे भी बोल उठेंगे” को सियालदह मंडल के वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (समन्वय) श्री रोहित रंजन के मार्गदर्शन में मंडल यांत्रिक इंजीनियर सुश्री दिव्या वर्मा ने हस्ताक्षरित करके अग्रसारित किया।
वृहस्पतिवार को उक्त ग़ज़ल संग्रह मंडल रेल प्रबंधक,सियालदह,पूर्व रेलवे श्री दीपक निगम एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) व अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी राजेश कुमार तथा अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) विनोद कुमार सिंह को राजभाषा अनुभाग की ओर से भेंट किया गया।
मंडल रेल प्रबंधक सभागार, सियालदह में आयोजित राजभाषा अनुभाग द्वारा अनुष्ठित उक्त आयोजन में, ग़ज़ल संग्रह के रचयिता रवि प्रताप सिंह द्वारा, उसी ग़ज़ल संग्रह में संकलित शीर्षक ग़ज़ल का पाठ भी हुआ। मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की त्रैमासिक बैठक में मंडल रेल प्रबंधक,सियालदह की अध्यक्षता में मंडल स्तर के प्रायः सभी शाखा अधिकारी उपस्थित थे। राजभाषा अनुभाग के कर्मचारियों यथा कन्हैया यादव, अक्षय यादव, शिव प्रसाद साव, शशि भूषण गुप्ता, अभिषेक कुमार व बेला कश्यप ने अपने दायित्वों का कुशलता पूर्वक निर्वहन किया। मंडल राजभाषा अधिकारी प्रभारी श्री विश्वनारायण बनर्जी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हिंदी उत्थान को समर्पित सभा का समापन हुआ।