भोपाल, 17 अप्रैल। मध्य प्रदेश में बुधवार को रामनवमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लोगों में रामनवमी को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। राम जन्मोत्सव मनाने के लिए राम मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं। इसके साथ ही सुबह से विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में रामनवमी के अवसर पर भगवान महाकाल का भगवान श्रीराम के स्वरूप में श्रृंगार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ लिया।

परम्परा के मुताबिक, चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर बुधवार तड़के चार बजे महाकालेश्वर मंदिर के पट खुले। इसके बाद पंडे-पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट और रुद्राक्ष व पुष्पों की माला धारण करवाई गई। इसके बाद भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया। इस श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि भस्मआरती में भगवान महाकाल को वैष्णव तिलक लगाकर मर्यादा पुरुषोत्तम राम के रूप में सजाया गया। श्रृंगार के बाद भगवान महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढंक कर भस्मी रमाई गई और भोग भी लगाया गया।

महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य स्वरूप से दर्शन किए। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। अलसुबह महाकालेश्वर मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भस्मारती दर्शन के लिए लंबी कतार लग गई थी।