भ्रष्टाचार से लेकर संदेशखाली के मुद्दे पर खुलकर बोले पीएम
बालूरघाट, 16 अप्रैल। पश्चिम बंगाल के बालूरघाट लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुकांत मजूमदार के समर्थन में मंगलवार को आयोजित रैली को संबोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मोदी ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनवाई और तृणमूल कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि कल पूरा देश रामनवमी मनाने जा रहा है और इस बार यह रामनवमी भी खास है। यह नवरात्रि भी खास है, और ये बांग्ला नववर्ष वर्ष भी खास है। यह पहली रामनवमी है जब अयोध्या में भव्य राममंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं।
मोदी ने भाजपा के संकल्प पत्र के बारे में कहा कि अभी दो दिन पहले पहले वैशाख के दिन भाजपा ने अपना संकल्प पत्र देश के सामने रखा। संकल्प पत्र में मोदी ने अगले पांच वर्षों की गारंटी दी है। हम गरीबों के लिए तीन करोड़ और नए मकान बनाएंगे। हम मुफ्त बिजली के लिए कम दाम पर सोलर पैनल लेंगे और बिजली बिल जीरो कर देंगे। यह मोदी की गारंटी है। भाजपा सरकार आने वाले पूरे पांच वर्ष मुफ्त राशन देती रहेगी। सत्तर वर्ष से अधिक हर बुजुर्ग को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज मिलेगा। बंगाल में हमारी बेटियों का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए उन्हें आईटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, रिटेल और टूरिज्म जैसे सेक्टर की ट्रेनिंग दी जाएगी। मकान, पानी, बिजली, सिलेंडर जैसी सुविधाएं देश के हर गरीब तक पहुंचाई जाएगी।
तृणमूल पर आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि इतने दिनों से तो यह लोग मोदी की योजनाओं को बंगाल के लोगों तक पहुंचने से रोक रहे थे। गरीबों को पीएम आवास नहीं मिलने दे रहे थे। हर घर जल का जो मिशन है उसको गांव तक नहीं जाने दे रहे थे। केंद्र मनरेगा का पैसा भेजती थी, यह रोक कर बैठ जाते थे। मोदी ने हर गरीब तक योजनाएं पहुंचने की गारंटी दी है। अब इन्हें लग रहा है कि अगर बंगाल के गरीब को मोदी के कामों का लाभ मिल जाएगा, गरीब आगे बढ़ जाएगा, तो तृणमूल की दुकान बंद हो जाएगी।
बंगाल और बालूरघाट के बारे में बोलते हुए पीएम ने कहा कि बंगाल और बालूरघाट ने देश को कितना कुछ दिया है। यहां के आदिवासी समाज के त्याग और बलिदान का देश पर बड़ा कर्ज है। बांग्लादेश युद्ध में युवा जुर्का मुर्मू के बलिदान को कौन भूल सकता है।
मोदी ने कहा कि आज भाजपा यहां आदिवासियों, दलितों के सम्मान के लिए लड़ रही है। यह भाजपा सरकार है जिसने आदिवासी समाज के सम्मान में जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरुआत की है। हमारी सरकार ने बंगाल में आदिवासी बच्चों के लिए आठ नए एकलव्य आवासीय विद्यालय खोले और यह भाजपा है जितने द्रौपदी मुर्मू जी को देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनाया है। दूसरी ओर तृणमूल जैसी पार्टी है जो दलित, आदिवासी महिलाओं को अपना बंधक बनाकर रखना चाहती हैं। इसी बालूरघाट में तीन आदिवासी महिलाओं ने भाजपा को ज्वाइन किया था तो तृणमूल के गुंडे वहां आ धमके थे। तृणमूल के लोगों ने उन महिलाओं को घुटनों के बल बैठ कर माफी मांगने को मजबूर किया था। तृणमूल को लगता है कि दलित, आदिवासी, गरीब अपनी मर्जी से चलने के लिए आजाद नहीं है। लेकिन यह चुनाव इन्हें बताएगा कि बाबा साहब अंबेडकर के लोकतंत्र में दलित, वंचित, आदिवासी तृणमूल के गुलाम नहीं है और नहीं रहेंगे। आदिवासी महिलाओं को घुटनों पर बैठने वाली तृणमूल, यह पूरी की पूरी तृणमूल, जल्द ही घुटनों पर आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में तृणमूल के तमाम विरोध के बावजूद भाजपा ने बालूरघाट और बंगाल के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया है। भाजपा बालूरघाट स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित कर रही है। अभी जनवरी में भाजपा एनडीए सरकार ने यहां से सियालदह को जोड़ने के लिए एक नई ट्रेन शुरू की है।
पीएम मोदी ने कहा कि भठिंडा से मालदा तक चल रही ट्रेन को भी बालूरघाट से जोड़ दिया गया है। केंद्र सरकार ने बालूरघाट एयरपोर्ट के लिए भी बहुत प्रयास किया है लेकिन यहां की तृणमूल सरकार की नीयत ही नहीं है कि यहां एयरपोर्ट बने। तृणमूल के लाख विरोध के बावजूद अगले पांच वर्षों में भाजपा सरकार बंगाल और बालूरघाट के विकास के लिए हर प्रयास करेगी। यह मोदी की गारंटी है। वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों और अच्छे हाईवे इस पूरे क्षेत्र को मिलेग।
संदेशखाली की घटना पर मोदी ने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं पर जो जुल्म हुए, शोषण की जो घटनाएं सामने आई उनसे पूरा देश दहल गया है। देश ने यह भी देखा कि तृणमूल सरकार किस तरह संदेशखाली के अपराधी को आखिर तक बचाने में लगी रही। तृणमूल बंगाल में भ्रष्टाचार का खुला खेल खेल रही है। सरकारी ठेके तृणमूल के गुंडों का बिजनेस बन गए है। यहां तक कि प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती तक में घोटाले हो रहे हैं। सरकार में मंत्रियों के ठिकानों पर रेड होती है, तो करोड़ों रुपया कैश बरामद होता है। एजेंसियां भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई के लिए जाती है तो उन पर हमले करवाए जाते हैं। तृणमूल को उनके पापों की सजा कमल का बटन दबाकर देनी है। आने वाले 26 अप्रैल को बंगाल के भविष्य के लिए बड़ा अवसर है। सुकांत मजूमदार ने पांच वर्षों में यहां के विकास के लिए दिन-रात मेहनत की है। आपको इस बार इन्हें रिकॉर्ड वोटों से जिताना है।