कोलकाता, 10 अप्रैल । पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों पर हमले को लेकर देशभर में राज्य प्रशासन की किरकिरी हो रही है। राज्य पुलिस की रिपोर्ट से पूर्व मेदिनीपुर के भूपति नगर में एनआईए की टीम पर हुए हमले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए गए झूठे दावे की पोल खुल गई है।

गत शनिवार को जब एनआईए अधिकारियों पर हमले हुए थे तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक चुनावी जनसभा में दावा किया था कि एनआईए की टीम ने स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बगैर छापेमारी की। इसके विपरीत पुलिस ने चुनाव आयोग को अपनी जो रिपोर्ट दी है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि एनआईए ने अपनी कार्रवाई की पूरी अग्रिम जानकारी पुलिस को दी थी।

ममता बनर्जी ने चुनावी जनसभा में यह भी दावा किया था कि एनआईए  बिना प्रशासन को बताए आधी रात को कार्रवाई की और गांव वालों पर हमले किए लेकिन पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि एनआईए  अधिकारियों पर ही हमला हुआ है।

उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को भूपति नगर ब्लास्ट के मामले में कार्रवाई करने गए एनआईए अधिकारियों पर हमले हुए थे। घटना के करीब एक हफ्ता बीतने को है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसके विपरीत पुलिस ने एनआईए के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया है। भाजपा का आरोप है कि ममता बनर्जी के बयान के विपरीत रिपोर्ट देने की वजह से दबाव में आई पुलिस ने पुलिस ने एनआईए के खिलाफ मामला किया है।