कोलकाता, 06 अप्रैल। पूर्वी मेदिनीपुर के भूपतिनगर में हुए विस्फोट की जांच के सिलसिले में पहुंची एनआईए की टीम पर शनिवार को उपद्रवियों ने घेर कर हमला कर दिया। एनआईए अधिकारियों की कार पर पथराव किया गया जिसमें दो अधिकारियों को चोटें आई हैं। इससे पहले 5 जनवरी को उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां के घर की तलाशी के दौरान ईडी की टीम पर तृणमूल नेता के समर्थकों ने हमला कर दिया था।

दिसंबर 2022 को भूपतिनगर थाने के भगवानपुर 2 ब्लॉक के अर्जुन नगर ग्राम पंचायत के नैराबिला गांव में रात करीब 11 बजे भीषण बम विस्फोट हुआ था। घटना में तृणमूल बूथ अध्यक्ष राजकुमार मन्ना, उनके भाई देवकुमार मन्ना और विश्वजीत गायेन की मौत हो गयी। सूचना मिलने पर पुलिस इलाके में गई। पुलिस ने अपनी पहल पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। बाद में कोर्ट के आदेश पर एनआईए ने घटना की जांच अपने हाथ में ले ली।

सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने विस्फोट के सिलसिले में भूपतिनगर के रहने वाले बलाई मैती और मनोब्रत जाना नाम के दो लोगों को तलब किया लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। एनआईए ने दोनों के घरों पर छापेमारी की थी। जैसे ही पूछताछ के लिए ले जाए जाने के लिए दोनों को कार में बिठाया गया, उसके समर्थक तृणमूल कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय एजेंसी के वाहन को घेर लिया।

सूत्रों का दावा है कि वे बलाई और मनोब्रत को कार से उतारने की मांग कर रहे थे। इस दौरान उपद्रवियों ने गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। दो अधिकारियों को चोटें आई हैं। हमले के बाद एनआईए टीम थाने पहुंची। बताया जा रहा है कि एनआईए की ओर से लिखित शिकायत की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।