ओंकार समाचार
कोलकाता, 21 मार्च। ‘कोलकाता बैसवारा समाज’ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की उत्साही उपस्थिति में, राजा सुभाष मल्लिक स्क्वायर स्थित सभागार में ‘फ़ाग’, महोत्सव सोल्लास मनाया गया।
होली खेलैं रघुवीरा, अवध मा होली खेलैं रघुवीरा।। की टेर से होली की उमंग को सुर और ताल से सराबोर करने वाले संगीतमय आयोजन में झांझ, मृदंग, करताल, ढोल, मजीरों की ताल के साथ गाए गए बैसवारी फ़ाग में पौराणिक चरित्रों का चरित्र-चित्रांकन किया गया।
होली के स्वागत में बच्चे, किशोर, युवा, वृद्ध सभी सराबोर थे। उत्तर भारत के बैसवारी समाज के लोगों में ‘फ़ाग’ गायन होली की मस्ती का स्वागत करने का महोत्सव होता है। वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही बैसवारी समाज में गाँवों, घरों-चौपालों में ‘फ़ाग’ का गायन होने लगता है। बैसवारी समाज के जो लोग कोलकाता व आस पास के उपनगरीय इलाकों में बसे हुए हैं। वो सब ‘कोलकाता बैसवारा समाज’ काशीपुर के बैनर तले एकत्र होकर प्रत्येक वर्ष फ़ाग का आयोजन करते हैं। गत रविवार की संध्या को आयोजित उक्त ‘फ़ाग’ समारोह में उपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों में अध्यक्ष-वीरेंद्र त्रिवेदी, उपाध्यक्ष-तारक दत्त सिंह, सचिव-उत्तम त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष-आनंद किशोर मिश्र ‘मुन्ना’, संरक्षक मंडल त्रई में-दया शंकर मिश्र, देवेंद्र वाजपेई एवं रवि प्रताप सिंह आयोजन का नेतृत्व कर रहे थे। अन्य पदाधिकारियों में हरिकेश सिंह ‘गुड्डन’, आशीष त्रिवेदी, संजय मिश्रा, उदय वाजपेई, अरुण शुक्ल, अनिल वाजपेई, अभिषेक तिवारी व्यवस्था की देखरेख एवं फ़ाग गायन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे थे । मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में कान्यकुब्ज समाज के दिग्दर्शक लक्ष्मीकांत तिवारी
समारोह में विशेष रूप से उपस्थित थे।अपराह्न 3 बजे प्रारम्भ हुआ ‘फ़ाग’ गायन रात्रि 8 बजे तक अनवरत चलता रहा