जीवन में घटनाएं होती हैं लेकिन सफर जारी रहता है: पीड़ित

दुमका (झारखंड), 05 मार्च। राज्य के दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 28 वर्षीय स्पेनिश महिला मंगलवार को नेपाल के लिए रवाना हो गई। रवानगी से पहले पीड़ित महिला ने मुसीबत में साथ देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि वह बुरी यादों को भुलाकर कई अच्छी यादें लेकर इंडिया से जा रही है। इस दौरान स्थानीय प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे।

नेपाल रवानगी से पहले पीड़ित महिला ने कहा कि इस घटना के लिए भारत और यहां के लोगों को जिम्मेवार ठहराना बिल्कुल सही नहीं है। इस घिनौनी हरकत को जिन अपराधियों ने अंजाम दिया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। इस तरह की घटना कहीं भी, कभी भी और किसी के भी साथ हो सकती है। इसके लिए भारत को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता। पीड़ित ने कहा कि जीवन में घटनाएं होती रहती हैं लेकिन सफर जारी रहता है।

पीड़ित ने कहा कि उसने हंसडीहा में रात गुजारने का फैसला लिया था। क्योंकि, वह जगह बेहद शांत और खूबसूरत थी। उन लोगों ने सोचा कि यहां किसी तरह का कोई खतरा नहीं होगा। मैं अभी भी कहती हूं कि इंडियन अच्छे हैं। यहां के लोग अच्छे हैं। मैं पिछले छह साल से वर्ल्ड टूर पर निकली हूं। छह माह से इंडिया में ट्रेवल कर रही हूं। मैंने इंडिया में करीब 20 हजार किलोमीटर ट्रेवल किया है। हर जगह सपोर्ट मिला है। मुसीबत की इस घड़ी में मुझे यहां के लोगों का पूरा सपोर्ट मिला। यहां की सरकार का भी सपोर्ट मिला।

पीड़ित महिला ने उन सभी लड़कियों और महिलाओं को संदेश दिया है कि ऐसी बुरी यादों को भूला पाना तो मुश्किल है लेकिन यह सोचकर आगे बढ़ना होगा कि आगे बहुत कुछ करना है। खराब अतीत को भूलना होगा। उन्होंने अपनी तरह टूर पर निकले बाइकर्स के लिए कहा कि आप अपनी यात्रा जारी रखें। बिना किसी डर के आगे बढ़ते रहें। नेपाल रवानगी से पहले महिला ने दुमका के एसपी के साथ सेल्फी भी ली। उन्होंने सभी को धन्यवाद कहा। वर्ल्ड टूर पर पति के साथ बाइक से निकली महिला के हौसले की सभी तारीफ कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एक मार्च की रात स्पेनिश महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बीते सोमवार को झारखंड हाई कोर्ट ने भी मामले में लिया स्वत: संज्ञान लिया है। दुमका डीसी आंजनेयुलू दोड्डे ने पीड़ित मुआवजा योजना के तहत 10 लाख रुपये की राशि पीड़ित महिला के बैंक खाते में उपलब्ध कराई है।