जयपुर, 2 फ़रवरी। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन शुक्रवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर टेबल पर बातचीत होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि भारत के पास सर्जिकल स्ट्राइक करने की हिम्मत है लेकिन पाकिस्तान से टेबल पर बात करने का साहस नहीं है।
अय्यर ने कहा कि कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ से मेरी बात हुई थी। कश्मीर मामले के समाधान को लेकर उनके पास चार अहम सुझाव थे। ना जाने क्यों इस मुद्दे पर बैठकर बात नहीं हुई। अय्यर ने कहा कि मुझे भारत की पाकिस्तान को लेकर नीति समझ नहीं आ रही है। हम सर्जिकल स्ट्राइक कर सकते हैं लेकिन क्या हम टेबल पर बैठकर बात नहीं कर सकते हैं। उनसे रूबरू बात करने की हिम्मत नहीं है। साल 2014 से 24 तक हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच किसी तरह की बातचीत नहीं हुई है। जब भारत पाकिस्तान से बात करेगा। तभी तो कोई हल निकलेगा।
फेस्टिवल के एक सत्र को संबोधित करते हुए अय्यर ने सोनिया गांधी और राजीव गांधी पर भी खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि कब उन्हें लगा कि सोनिया गांधी नहीं चाहती कि मैं राजनीति में रहूं। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि राजीव गांधी के साथ मैने लंबे वक्त तक काम किया था। उनको लेकर आम जनता के बीच काफी गलत धारणाएं थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर ने कहा कि कुछ लोगों ने मुझे सुझाव दिया था कि मैं अपनी आत्मकथा लिखूं। मैंने सोचा मेरी जिंदगी में ऐसी कौन सी उपलब्धियां रही हैं, जो लोग मुझे पढ़ना चाहेंगे। तब उस वक्त सोनिया गांधी ने मुझे कहा था कि नहीं तुम लिखो। तब मुझे पता चला था कि वह नहीं चाहती थीं कि मैं राजनीतिक जीवन में लगा रहूं। अय्यर ने कहा कि राजीव गांधी को लेकर देश में काफी गलतफहमी पैदा की गई है।