कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत का विकास दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान

नई दिल्ली, 04 मार्च। देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.1 फीसदी से बढ़ा कर 6.8 फीसदी कर दिया है।

रेटिंग एजेंसी मूडीज ने सोमवार को कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अपने पूर्वानुमान को बढ़ा कर 6.8 फीसदी कर दिया है। इससे पहले एजेंसी ने 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया था। इसके साथ ही एजेंसी ने कहा है कि भारत जी-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

मूडीज ने वर्ष 2023 के ‘उम्मीद से मजबूत’ आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए भारत के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है। एजेंसी ने कहा कि वर्ष 2025 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। मूडीज ने कहा कि उच्च-आवृत्ति के संकेतकों से पता चलता है कि अर्थव्यवस्था सितंबर और दिसंबर तिमाही की मजबूत रफ्तार वर्ष 2024 की मार्च तिमाही में जारी है।

उल्लेखनीय है कि कैलेंडर वर्ष 2023 में भारत के जीडीपी के आंकड़े उम्मीद से कहीं बेहतर रहे हैं, जिसकी वजह से रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाया है। दरअसल कैलेंडर साल 2023 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सालाना आधार पर 8.4 फीसदी रही है। ऐसे में 2023 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.7 फीसदी की दर से बढ़ी है।