कोलकाता, 01 मार्च । लोकसभा चुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है। इससे पहले केंद्रीय बलों की 100 कंपनियों के राज्य में पहुंचने की उम्मीद है। उन जवानों के रहने की व्यवस्था राज्य के विभिन्न सरकारी स्कूलों में की गयी है। इससे पठन-पाठन में अनिश्चितता उत्पन्न हो गई है। कई स्कूलों को अचानक कक्षाएं बंद करनी पड़ीं। आरोप है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद को इसकी जानकारी नहीं दी गई।

उत्तर कोलकाता के बेथ्यून स्कूल को केंद्रीय बलों के रहने के लिए चुना गया था। खबर है कि स्थानीय थाने से उस स्कूल को नोटिस भेजा गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को स्कूल की सभी कक्षाएं बंद कर दीं। स्कूल के अधिकारियों के अनुसार, बेथ्यून की शुक्रवार को ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षा है। परीक्षा समय पर विद्यालय के मुख्य भवन में होगी लेकिन अब कक्षाएं नहीं होंगी। बाकी को छुट्टी दे दी गई है। अब बेथ्यून में पढ़ाई को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। क्योंकि सेंट्रल फोर्स के जवान स्कूल में होंगे तो सामान्य पढ़ाई संभव नहीं होगी। ऐसे में कक्षाएं कब और कैसे लगेंगी, इसकी सूचना स्कूल छात्रों को बाद में देगा।

सूत्रों के मुताबिक, पुलिस स्टेशन से एक पत्र भेजा गया है कि न केवल बेथ्यून, बल्कि राज्य सरकार के कई स्कूलों में केंद्रीय बलों को ठहराया जरएगा। सूची में जादवपुर के तीन स्कूल, उत्तरपाड़ा का एक स्कूल शामिल है। इसके अलावा राज्य के अन्य हिस्सों के विभिन्न स्कूलों को भी यह पत्र भेजा गया है।

इस संबंध में जब बोर्ड से संपर्क किया गया तो बोर्ड अध्यक्ष रामानुज गांगुली ने कहा कि उन्होंने मामले की जानकारी ली है। हालांकि, किसी भी पार्टी ने उन्हें आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी। यानी, परिषद को इस बात की जानकारी नहीं है कि कई सरकारी स्कूलों का इस्तेमाल चुनाव से पहले केंद्रीय बलों को ठहराने के लिए किया जा रहा है।