नई दिल्ली, 1 मार्च। दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 15 फरवरी से चल रहा है। विधानसभा में दिल्ली का बजट पेश करने से पहले शुक्रवार को दिल्ली की वित्तमंत्री आतिशी ने आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया। रिपोर्ट में दिल्ली के आर्थिक हालात का जिक्र किया गया है। आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल में यह दूसरा वर्ष होगा जब मनीष सिसोदिया की जगह वित्त मंत्री आतिशी आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट और उसके बाद नए वित्त वर्ष का बजट पेश करेंगी। वहीं दिल्ली का बजट सोमवार को विधानसभा में पेश किया जाएगा।

गत वर्षों के दौरान दिल्ली सरकार अलग-अलग थीम पर बजट पेश करती आ रही है। पिछले साल के बजट को प्रगतिशील बजट नाम दिया गया था। इसमें दिल्ली में तमाम विकास कार्यों को पूरा करने की बात कही गई थी। इससे पहले दिल्ली सरकार ‘देशभक्ति’ और ‘रोजगार’ बजट पेश कर चुकी है, जिसमें दिल्ली के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने की योजनाओं का जिक्र था।

आतिशी ने आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2023-24 का डेटा दिखा कर कहा कि पिछले एक साल में उनकी हरसंभव कोशिश के बाद जो दिल्ली की अर्थव्यवस्था पहले की तरह रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी है। 2023-24 का इकोनामिक सर्वे दिख रहा है पिछले एक साल में दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट बताता है दिल्ली सरकार का राजस्व बढ़ा है। दिल्ली में देश की 1.5 फीसदी आबादी रहती है, लेकिन डेढ़ फीसदी आबादी रहने के बाद दिल्ली का देश की जीडीपी में 4 फीसद की हिस्सेदारी है। दिल्ली की प्रतिव्यक्ति आय 4.61 लाख रुपये, देश की तुलना में ढाई गुना अधिक है।

आगे उन्होंने आश्वस्त किया है कि आगामी बजट दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही यह भी कहा कि पिछले 9 वर्षों में दिल्ली सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाने का काम इस बार भी दिल्ली सरकार के बजट में जारी रहेगा।