उदयपुर, 27 फ़रवरी। उदयपुर संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय से चार दिन पूर्व चोरी हुई 13 माह की बालिका को मंगलवार को पुलिस ने आखिरकार ढूंढ़ ही लिया। बालिका को चुराने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। बालिका चीरवा के समीप डोरिया फला महादेव मंदिर के पीछे स्थित पहाड़ी पर बने रोशन गमेती के घर से बरामद हुई।

पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के अनुसार बच्चा चोरी के आरोप में पुलिस ने मंजू गमेती उर्फ लीलाबाई (30) को गिरफ्तार किया है। उसके पति मुकेश की मौत के बाद वह रोशन गमेती के साथ नाते चली गई थी। पुलिस पूछताछ में आरोपित महिला ने बताया कि उसके कोई संतान नहीं हो रही थी, इसलिए उसने बच्चा चुरा लिया। हालांकि, पुलिस इसकी पड़ताल भी कर रही है कि उसका किसी बच्चा चोर गिरोह से कोई सम्पर्क तो नहीं।

पुलिस अधीक्षक गोयल ने बताया कि मंजू उर्फ लीलाबाई पिछले एक-दो माह से बच्चा चोरी की ताक में थी, इसलिए वह अस्पताल के आसपास ही मजदूरी करती थी। कई दिनों से वह अस्पताल में घूमती रहती थी, ताकि मौका मिलते ही वह बच्चा चुरा सके।

पुलिस ने चुराई गई बालिका को बरामद कर उसकी मां हिना परिहार को लौटा दी। अपनी बेटी के चोरी हो जाने के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल था। बालिका मिलते ही उसके चेहरे पर मुस्कान लौट आई।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बच्चा चुराने वाली महिला को पकड़ने के लिए जिला पुलिस की स्पेशल टीम और हाथीपोल थाना पुलिस की टीम ने शहर एवं आसपास के 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जांच में सामने आया कि महिला कोर्ट चौराहे पर एक गार्ड से मिली थी। इसके आधार पर पुलिस ने अपने अनुसंधान को आगे बढ़ाया और महिला के बारे में जानकारी जुटाई।

पुलिस ने बताया कि बच्ची की मां हिना परिहार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से यहां आई थी। उसके भाई दीपक का यहां एमबी अस्पताल में आपरेशन हुआ था और वह उसकी देखभाल के लिए आई थी। आईसीयू में भर्ती भाई को दस दिन पहले सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट किया गया था। शुक्रवार को हिना अस्पताल की लॉबी में अपनी 13 महीने की बेटी अव्यांशी के लेकर सोई थी। सुबह साढ़े तीन बजे जब वह नींद से उठी तब बालिका उसके पास थी। कुछ समय बाद उसकी आंख लग गई और सुबह पांच बजे बाद खुली, तब उसकी बालिका गायब थी। लगभग पांच बजे उसकी बेटी को मंजू गमेती ने चुराया और ले गई। उस समय बालिका पूरी तरह नींद में थी।