नौसेना ने एक बार फिर अदन की खाड़ी में अपनी मौजूदगी का एहसास कराया

जहाज पर सवार 22 भारतीयों समेत 23 सदस्यीय चालक दल को सुरक्षित बचाया

नई दिल्ली, 28 जनवरी। हूती उग्रवादियों का शिकार हुए ब्रिटिश जहाज में लगी आग 6 घंटे में बुझाकर भारतीय नौसेना ने एक बार फिर अदन की खाड़ी में अपनी मौजूदगी का एहसास कराया है। नौसेना ने अपने निर्देशित मिसाइल विध्वंसक ‘विशाखापत्तनम’ के जरिये जहाज पर सवार 23 सदस्यीय चालक दल को बचाया, जिसमें 22 भारतीय थे। ब्रिटिश एमवी मार्लिन लुआंडा जहाज पर हूती उग्रवादियों के मिसाइल हमले से लगी आग इतनी भीषण थी कि जहाज के चालक दल ने जिंदा रहने की उम्मीद छोड़ दी थी।

नौसेना के कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक़ हूती उग्रवादियों की बढ़ती गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए अदन की खाड़ी में तैनात किये गए निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम को 26 जनवरी की रात में ब्रिटिश जहाज एमवी मर्लिन लुआंडा पर हमले की जानकारी मिली। इस पर तत्काल भारतीय जहाज ने संकट कॉल का जवाब दिया। इस ब्रिटिश जहाज एमवी मार्लिन लुआंडा पर चालक दल के रूप में 22 भारतीय और 01 बांग्लादेशी सवार थे। हूती उग्रवादियों के मिसाइल हमले से जहाज पर इतनी भीषण आग लग गई थी कि जहाज के चालक दल ने जिंदा रहने तक की उम्मीद छोड़ दी थी।

हालांकि, इस बीच एक अमेरिकी और फ्रांसीसी युद्धपोत ने भी संकट कॉल का जवाब दिया, लेकिन इस बीच भारतीय नौसेना का निर्देशित मिसाइल विध्वंसक ‘विशाखापत्तनम’ ब्रिटिश जहाज की मदद करने के लिए पहुंच गया। भारतीय नौसेना की अग्निशमन टीम 27 जनवरी को तड़के एमवी मार्लिन लुआंडा पर पहुंची और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किये। टीम ने एमवी मार्लिन लुआंडा के चालक दल के साथ छह घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आईएनएस विशाखापत्तनम की अग्निशमन टीम में विशेषज्ञ अग्निशमन उपकरणों के साथ दस भारतीय नौसेना कर्मी शामिल थे।

ब्रिटिश जहाज पर दोबारा आग लगने की किसी भी आशंका के चलते भारत की टीम फिलहाल स्थिति पर नजर रख रही है। भारतीय नौसेना व्यापारिक जहाजरानी और नाविकों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। अग्निशमन प्रयासों को बढ़ाने की दिशा में चालक दल को सहायता प्रदान करने के लिए अग्निशमन उपकरणों के साथ जहाज पर न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल एंड केमिकल डिफेन्स (एनबीसीडी) टीम को तैनात किया गया है। ब्रिटिश व्यापारिक जहाज के कैप्टन ने मिसाइल की चपेट में आने के बाद अपने जहाज पर लगी आग पर काबू पाने के लिए भारतीय नौसेना की सराहना करते हुए कहा कि मुसीबत के समय भारतीय नौसेना उनकी मदद के लिए अपनी विशेष टीम के साथ आगे आई।