धर्मशाला, 18 जनवरी। हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन (एचएमओए) के आहवान पर वीरवार से जिला कांगड़ा के डाक्टर्स ने काले बैज लगाकर शांतिपूर्वक सरकार के प्रति रोष जताया। एसोसिएशन की जिला कांगड़ा इकाई की मानें तो पहले की गई हड़ताल पर सरकार ने तीन माह में कार्रवाई की बात कही थी, उसके बाद प्राकृतिक आपदा के चलते अब सात माह का समय बीत चुका है, लेकिन डाक्टर्स की मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया है।

काले बैज लगाकर चिकित्सकों का यह रोष एक सप्ताह तक चलेगा, उसके बावजूद सरकार वार्ता के लिए नहीं बुलाती है तो आगामी रणनीति बनाई जाएगी।

एचएमओए जिला कांगड़ा इकाई के अनुसार चिकित्सकों की बड़ी मांग नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) को बहाल करने की है। चिकित्सकों के पास पदोन्नति के बहुत कम पद स्वीकृत है। इस संदर्भ में उन्हें 4-9-14 एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन स्कीम दी जाती थी, इसे फिर बहाल किया जाए। डायनेमिक करियर प्रोग्रेशन स्कीम केंद्र के बराबर लागू हो। रेगुलर डीपीसी न करने से मेडिकल कालेज की मान्यताओं पर भी खतरा मंडरा रहा है। इसे रेगुलर किया जाए। तीन जून को प्रोजेक्ट डायरेक्टर एड्स कंट्रोल सोसायटी का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को पुन: प्रदान करने के संदर्भ में सहमति जताई थी। धरातल पर स्वास्थ्य निदेशक की स्थायी नियुक्ति नहीं हो पाई। जो एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को दिया जाना था, वह मामला भी अधर में लटक गया है। ऐसे में उक्त सभी मामलों को लेकर वीरवार से काले बिल्ले लगाकर डाक्टर्स प्रदर्शन करेंगे।